बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 मई। जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम हाटगुड़ा में बन रहे नाली निर्माण में पीएमजीएसवाई विभाग से हो रही कार्य में मनमानी से स्थानीय व्यापारियों के साथ-साथ आने जाने वाले राहगीरों को धूल से परेशानी हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत हाटगुड़ा में लगभग 10 दिन हो रहे हैं सडक़ के दोनों तरफ नाली का निर्माण कार्य हो रहा है। इस निर्माण कार्य में काफी लापरवाही बरती जा रही है। बन रही नाली में क्यूरिंग नहीं किया जा रहा है और नाली की खुदाई के बाद मिट्टी को सडक़ के दोनों तरफ डाला गया है। रोड पर मिट्टी होने के कारण गाडिय़ां चलने से धूल का गुबार बन दुकानों में व सडक़ में चलने वाले राहगीरों के लिए आफत बन गई है। जिम्मेदार धूल से बचाव के लिए सडक़ में पानी तक नहीं डाल रहे। इस कार्य को करवा रहे जिम्मेदारों को जब गांव के कुछ लोगों ने उन्हें हो रही परेशानी बताई तो उन्होंने अनसुनी कर दी।
वहीं स्थानीय व्यापारी रश्मि देवांगन का कहना है कि हाटगुड़ा में उनका कपड़ा का दुकान है। उन्होंने बताया कि लगभग 10 दिन से नाली निर्माण का कार्य चल रहा है नाली का निर्माण कार्य हो रहा है, यह अच्छी बात है लेकिन जिम्मेदार लोगों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सडक़ के दोनों तरफ दुकान के साथ-साथ मकान भी है, जहां लोगों का रहना होता है। नाली की खुदाई कर मिट्टी को रोड में वह दुकान के सामने डाला गया है, जिसकी वजह से हमें दुकान में आने-जाने के साथ ही व्यापार में भी नुकसान हो रहा है।
आने जाने के दिक्कत के कारण ग्राहक आते ही नहीं, रोड पर मिट्टी को डालने के कारण गाडिय़ां जब चलती है तो धूल उडक़र हमारे दुकानों में घुस रहा है, जिसकी वजह से हमारे स्वास्थ्य के सात सात दुकान के सामान में असर हो रहा है, हमने काम करने वाले से कहा की सडक़ में पानी डलवा दीजिये धूल उड़ रहा है, तो सुनकर भी अनसुना कर देते है। वहीं काम कर रहे लोगों से मैंने कहा कि नाली के ऊपर आने जाने के लिए बना दीजिए तो उनका कहना है की आप लोग लोहे की छड़ मंगवा लो फिर बना देंगे।
गाँव के एक व्यपारी ने नाम नहीं छापने की शर्त में बताया कि उनके दुकान के सामने नाली के ऊपर ढक्कन बनाने के लिए उन्होंने लोहे की सरिया ला कर दिया जिसके बाद ही नाली का ढक्कन त्यार किया गया। अब सोचने वाली बात है की विभाग के जवाबदार कहते है की जहां दुकान या मकान है वहा आने जाने के लिए बनाया जाएगा तो फिर दुकानदार या मकान मालिक से लोहे की छड़ की मांग क्यू?
इस पूरे मामले में विभाग के इंजीनियर कमलेश का कहना है कि लगभग 40 लाख की लागत से नाली निर्माण का कार्य किया जा रहा है। निर्माण कार्य में पानी पिलाया जा रहा है। मैंने सडक़ में भी पानी डालने के लिए बोला था बाकि अभी पानी नहीं डाल रहे होंगे तो मैं बोलता हूं साथ ही जहां-जहां दुकानें और घर है नाली के ऊपर ढक्कन भी बनाया जाएगा।