बेमेतरा

कांग्रेसियों पर जुर्म दर्ज कराने वाला खुद सवालों के घेरे में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 31 मई। ग्राम मुलमुला में संचालित पोल्ट्री फार्म इन दिनों 9 कांग्रेसी नेताओ पर एफआईआर को लेकर सुर्खियों में है। एफ आईआर कराने वाली प्रबंधन अब घिरते नजर आ रही है।
पोल्ट्री फार्म में अन्य राज्यों से महिला एवं पुरुष कर्मचारियों को रखा गया है। श्रम विभाग के अधिकारी एनके साहू ने बताया कि पूर्व में निरीक्षण में खामियां मिली थी, प्रबंधन को नोटिस दिया गया था। 30 मई तक पोल्ट्री फार्म प्रबंधन ने एक भी जरूरी जानकारी नहीं दी है।
पूर्व में ईई जल संसाधन द्वारा पोल्ट्री फार्म प्रबंधन को नोटिस जारी कर केनाल में छोड़े जा रहे अपशिष्ट पदार्थ पर स्पष्टीकरण मांगा गया था।
महिलाओं के स्वास्थ्य पर असर
जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने कलेक्टर बेमेतरा को पत्र भेजकर पोल्ट्री फार्म की पर्यावरण की अनुमति, कुल काबिज जमीन, कुल कमर्शियल उपयोग की अनुमति, पोल्ट्री फार्म से निकलने वाली अनुपयोगी सामग्री की प्रबंधन, बदबू से पीडि़त ग्रामों को मुक्ति, कृषि पर पड़ रहे प्रभाव, शिशुवती, गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ पर असर एवं बच्चों पर पडऩे वाले असर की जांच की मांग की है। निर्वाणी ने बताया कि मुलमुला में जल संसाधन विभाग के केनाल में तीन लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है जो मूलत इस राज्य के नहीं है। अब तक जो जानकारी मिली है इससे पोल्ट्री फार्म के वैधानिक संचालन पर सवाल खड़ा हो गया है।
जिम्मेदार कौन ?
22 मई को चंदनू थाना में पोल्ट्री फार्म प्रबंधन ने 11 अप्रैल को हुई घटना को लेकर जो एफआईआर कराया है, उसमें विधायक प्रतिनिधि जनपद पंचायत नवागढ़ सहित 9 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज है। इसमें क्षति को करोड़ में बताई गई है। मारपीट के भी आरोप लगे हैं।