राजनांदगांव
पटवारियों के आंदोलन को संगठनों का समर्थन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 3 जून। पखवाड़ेभर से जारी पटवारियों के हड़ताल से तहसील कार्यालय में सन्नाटा पसर गया है। पटवारियों के हड़ताल से राजस्व विभाग का कामकाज पूरी तरह पटरी से उतर गया है। पटवारियों की अनुपस्थिति के चलते राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी खासे परेशान हैं। जबकि आम जनता का बुरा हाल है।
राजस्व पटवारी संघ छग के आह्वान पर नवगठित जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के 89 हल्का के पटवारी काम बंद कलम बंद हड़ताल पर हैं। जिले के पटवारी से 15 मई से प्रांतीय आह्वान पर हड़ताल पर है। पटवारियों के बेमियादी हड़ताल से राजस्व विभाग के सभी तरह के कामकाज प्रभावित हो गए हैं, लेकिन हड़ताल के चलते सबसे अधिक किसानों एवं विद्यार्थियों का काम प्रभावित हो रहा है।
बताया गया कि हड़ताल से गर्मी के दिनों में किसानों से जुड़े नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, अभिलेख दुरूस्तीकरण व रजिस्ट्र सहित अन्य कई कार्य प्रभावित हो गए हैं। वहीं पटवारियों के हड़ताल से नौकरी के लिए फार्म भरने वाले युवाओं का प्रमाण पत्र बनाने का कार्य प्रभावित हो गया है। जबकि स्कूलों में भर्ती के लिए विद्यार्थियों का आय, जाति, निवास से जुड़े प्रमाण पत्र भी नहीं बन पा रहे हैं।
तहसील के पटवारी लखनलाल सोरी, ठाकुरराम कोसमा, तौफिक अहमद रब्बानी, धीरपाल ठाकुर, चंद्रसेन चौहान, दीपक कोसमा, प्रवेश देवांगन, कुलदीप ठाकुर, सुरेश ठाकुर, भुनेश्वर कोसमा, खेमचंद कोमरे, धर्मन्द पोसारे, उमेश वर्मा, रविकांत बघेल, विद्या बोरकर, तुमेश्वरी रावटे, ऋतु भोयर, सोहन देवागंन, यश सलामे इत्यादि पिछले पखवाड़ेभर से तहसील कार्यालय के सामने प्रतिदिन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
तहसीलदार मनोज रावटे ने बताया कि पटवारियों के हड़ताल से राजस्व विभाग में कामकाज प्रभावित हुआ है, लेकिन शीर्ष अधिकारियों के निर्देश पर पटवारियों की अनुपस्थिति में अन्य कर्मचारियों के माध्यम से कार्य संपादित कराए जा रहे हैं।