राजनांदगांव
राजनांदगांव, 3 जून। आए दिन एनीकट के गेट तोडऩा, खोलना नदी की दिशा बदलना या फिर एनीकट की चाबी ही जनप्रतिनिधि द्वारा अपने घर में रख लेने की संस्कृति पर पूर्व सांसद और प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष ने सवाल खड़े करते पैसे की हवस की परिकाष्ठा बताया है। रेत तस्करों द्वारा आधी रात को एनीकट से पानी बहाना, उसके बाद हाईवा की अंधी रफ्तार में निर्दोष यात्रियों को कुचलने से लेकर सरकार को राजस्व की हानि, टैक्स चोरी, प्रकृति से छेड़छाड़ सडक़ों की दुर्दशा, ग्रामीणों के घर की टूट-फूट सभी को आपस में जोड़ते हुए न सिर्फ भ्रष्टाचार का चरम सीमा वरन पर्यावरण को हो रहे नुकसान के साथ ही आने वाली पीढ़ी के लिए घातक बताया है।
श्री यादव ने कहा कि मोहारा एनीकट के गेट खुलने के उपरांत विधानसभा डोंगरगांव क्षेत्र से पानी खाली होने, एक सप्ताह पूर्व सांकरदहरा एनीकट का गेट खुलने के उपरांत पीछे विधानसभा खुज्जी का पानी खाली करना और उसके बाद विधानसभा मोहला-मानपुर में तो अवैध पत्थर रेत खनन क्षेत्रवासियों के लिए इतनी आम घटना हो गई है कि नदी की दिशा मोड़ देना, जंगल के वृक्षों की जड़ तक खुदाई की खबर को वहां की जनता अपनी दिनचर्या में शामिल कर चुकी है।