बस्तर

31 मई को कोमा की हालत में आया था बच्चा, अब है खतरे से बाहर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 3 जून। लोहड़ीगुड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम उसरीबेड़ा में रहने वाले रामधर के एक वर्षीय बेटे ने जहरीले कीटनाशक का सेवन कर लिया, जिसके चलते उसे गंभीर हालत में मेकाज में भर्ती किया गया, जहां शिशु रोग विभाग में डॉक्टरों के अर्थक प्रयास के बाद बच्चे को नई जिंदगी मिली।
बताया जा रहा है कि उसरीबेड़ा निवासी रामधर का बेटा इसाक 31 मई को खेलने के दौरान किसी कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया था, जिससे बच्चे की सांस फूलने के साथ ही फेफड़े ने काम करना बंद कर दिया था, साथ ही बच्चा कोमा में चला गया। परिजनों ने बच्चे को मेकाज में भर्ती किया।
शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. अनुरूप साहू के साथ ही डॉ. मंडावी, डॉ. पुष्पराज प्रधान, डॉ. राठौर के अलावा जूनियर डॉक्टर के साथ ही स्टाफ नर्स के द्वारा उपचार शुरू कर दिया गया, जहां बच्चे को 2 दिन तक वेंटीलेटर में रख उसका उपचार करना शुरू कर दिया गया।
डॉक्टरों का कहना था कि जिस वक्त बच्चे को लाया गया था, वह होश में भी नहीं था, पहले बच्चे के पेट को साफ किया गया उसके बाद उसका उपचार निरंतर चलता रहा, जिसके चलते बच्चा होश में आने के साथ ही खतरे से बाहर आ गया है।