राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जून। शहर में सदगुरू कबीर साहेब जी का 625वां प्राकट्य महोत्सव कबीर पंथ समाज एवं सदगुरू कबीर सेवा समिति द्वारा 4 जून को धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान कबीरजी की वाणी व सात्विक चौका आरती, निशान पूजा व गुरू महिमा का पाठ हुआ। महंत जी के गुरूवचन सुनने शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा तारामती कबीर आश्रम तुलसीपुर पहुंचे।
संत कबीर दास जी की 625वां प्राकट्य महोत्सव पर कबीर साहेब के तैलचित्र पर मुख्य अतिथि कुलबीर सिंह छाबड़ा ने माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया। उन्होंने कहा कि कबीर साहेब का जन्म ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन हुआ था। यही वजह है कि हर वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन ही प्राकटय महोत्सव मनाया जाता है। संत कबीरदास जी अपना पूरा जीवन समाज की बुराइयों को दूर करने में लगा दिया। श्री छाबड़ा ने कहा कि संत शिरोमणी कबीर दास जी महज एक नाम नहीं हैं, वह मानवता की एक पूरी मिसाल है। मानव को मानवता की ओर ले जाने में संत कबीर दासजी का अहम योगदान रहा है। कबीर साहेबजी के वाणी के एक-एक बात अनमोल है, उनकी वाणी को संकल्प के साथ अपने जीवन में आत्मसात करें, उनके बताएं मार्ग पर चलें। यहां तक के गुरूग्रंथ साहेब जी के भजन-कीर्तन सभा में भी संत कबीरदास साहेबजी की गुरूवाणी की बात होती है। इस दौरान श्री छाबड़ा ने धर्मस्थान के लिए तारामती कबीर आश्रम की संचालिका बुधियारिन मांई द्वारा संपत्ति व देहदान करने पर मानव समाज का बहुत बड़ा उदाहरण बताया। प्राचीन नादिया मठ संत साहेब के महंत ब्रम्हाचारी साहेब गिरवर साहेब, संत संजय साहेब के सानिध्य में संपन्न हुआ।
इस दौरान कबीर पंथ समाज के प्रमुख महेश साहू, बृजलाल साहू, पार्षद मनीष साहू, रामस्वरूप देवांगन, बीआर साव, कुंवर सिंह वर्मा, नागेश्वरी साहू, कुंती बनपेला, बृजलाल साहू सहित अन्य लोग शामिल थे।