सरगुजा

केआर टेक्निकल कॉलेज में प्लास्टिक प्रदूषण थीम पर व्याख्यान
05-Jun-2023 8:08 PM
केआर टेक्निकल कॉलेज में प्लास्टिक प्रदूषण थीम पर व्याख्यान

थैला लो-थैली छोड़ो के नारे को मिली एक नई पहचान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 5 जून।
विश्व पर्यावरण दिवस पर के आर टेक्निकल महाविद्यालय में आज आइक्यूएसी एवं इको क्लब के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ.अर्नब बनर्जी सहायक प्राध्यापक और विभाग प्रमुख, पर्यावरण विज्ञान विभाग एवं डॉ.ज्योत्सु दत्ता, सहायक प्राध्यापक पर्यावरण विज्ञान विभाग, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर थे। कार्यक्रम में महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन, प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा, विभिन्न विभागों के विभागप्रमुख, सहायक प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं  मौजूद थे। 

 इसके बाद महाविद्यालय परंपरा के अनुसार प्राचार्य डॉ.रितेश वर्मा के द्वारा पौधा देकर वक्ताओं को सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रितेश वर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि इस विशेष दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 1972 हुई थी। 

उन्होंने आगे बताया कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज से हम सब यदि प्लास्टिक थैली की जगह कपड़े का थैला का उपयोग विभिन्न खरीदारी में करें तो धीरे-धीरे जागरूकता फैलना शुरू हो जाएगा और तभी प्लास्टिक के उपयोग में बदलाव लाया जा सकता है। साथ ही साथ हम सभी का यह दायित्व और कर्तव्य है कि पौधा लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाए और प्रदूषण मुक्त भारत का निर्माण करें।

अगली कड़ी में इस कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़े डॉ.ज्योत्सु दत्ता ने छात्र-छात्राओं को बताते हुए कहा कि जब प्लास्टिक का निर्माण हुआ था तब हम लोग कभी नहीं सोचे थे कि प्लास्टिक के प्रदूषण के लिए कानून बनाना पड़ेगा। 

उन्होंने बताया कि कोई भी वस्तु जब हमारे काम का नहीं होता तब हम उसे बेकार समझ कर फेंक देते हैं लेकिन जब उस वस्तु का प्रकृति के द्वारा अपघटन नहीं होता तब हम उसे प्रदूषण कहते हैं। जितने भी पर्यावरण प्रदूषण हैं उन सब में सबसे बड़ा प्रदूषण प्लास्टिक प्रदूषण है जो पूरे विश्व की समस्या बन गया हैं। 

उन्होंने आगे बताया कि हम सभी दैनिक दिनचर्या में प्रोफेशनल और पर्सनल यूज़ में प्लास्टिक के सामान का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हैं। हमें लोगों में जागरूकता फैलाना पड़ेगा तभी हम प्लास्टिक का विकल्प खोज सकते हैं। उन्होंने निराकरण रूप में बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करना होगा लेकिन धीरे-धीरे स्टेप लेकर बंद करना होगा। पहले व्यक्तिगत स्तर पर थैली छोड़ो और थैला पकड़ो के नारे का अनुसरण करना होगा। 

अगली कड़ी में डॉ.अर्नब बनर्जी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्लास्टिक प्रदूषण के दूसरे पहलुओं को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक सिंथेटिक पॉलीमर ने 1885 मैं इसका आविष्कार किया था जो उस समय सबसे ज्यादा सुचारू रूप से उपयोगी वस्तु था। उन्होंने बताया कि हम लोग प्लास्टिक के दुनिया में जी रहे हैं और दिनचर्या के सभी कार्यों में प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं। प्लास्टिक इंडस्ट्री आज दुनिया का सबसे बड़ा इंडस्ट्री बनकर उभरा है। जितने भी प्लास्टिक के वैरायटी हैं उनमें से 60 फीसदी का ही रीसाइक्लिंग किया जा रहा है बाकी सभी प्रदूषण बनकर फैल रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि प्लास्टिक के कचरे से पूरा समुद्री इलाका पट चुका है यदि समय रहते इसका निराकरण नहीं किया गया तो प्लास्टिक के गंभीर परिणाम समस्त पर्यावरण जीव जंतु एवं मानव जाति को भुगतने पड़ेंगे।

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन ने दोनों वक्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि विश्व  पर्यावरण दिवस मनाने का उद्देश्य प्लास्टिक प्रदूषण, ग्रीन हाउस प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, ब्लैक होल इफ़ेक्ट आदि ज्वलंत मुद्दों और इनसे होने वाली विभिन्न समस्याओं के प्रति जागरूक करना है। 

उन्होंने आगे छात्र-छात्राओं को बताया कि पर्यावरण प्रदूषण से जीव जंतुओं एवं पेड़ पौधों को नुकसान हो रहा है जिससे भीषण गर्मी,बाढ़, सूखा एवं गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आगे बताया कि हमें निरंतर के दिनचर्या में झोला लेकर चलना है और धैर्य के साथ इसका उपयोग करना है । एक एक व्यक्ति के प्रयास से ही  हम प्लास्टिक जैसे प्रदूषण युक्त वस्तु से होने वाली समस्या से निजात पा सकते हैं। अंत में उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण हेतु सबको शपथ भी दिलाया।

कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की डायरेक्टर रीनू जैन ने वक्ताओं को भेंट स्वरुप  विवेकानंदका पुस्तक देकर सम्मानित किया। इसके बाद अतिथियों और महाविद्यालय परिवार के सदस्यों ने महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया और वृक्ष लगाओ, हरियाली लाओ के स्लोगन के आधार पर इस अभियान को चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया।

इस कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक और विभागप्रमुख अफरोज अंसारी ने किया। कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक और विभाग प्रमुख वेद प्रकाश पटेल,  फैजुल हुड्डा, विनोद चौधरी, सुश्री रेनू सिंह, सुश्री दीपशिखा अम्बष्ट, सुश्री देबोश्री भट्टाचार्य एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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