रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 जून। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को पटवारियों की हड़ताल से जनता को हो रही परेशानी को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर कहा है कि युवाओं, नागरिकों को नौकरी, भत्ता संबंधी कार्यों में परेशानी न हो। पटवारी हड़ताल के संबंध में मुख्यमंत्री ने ली जानकारी। हड़ताल का आज 23 वां दिन है। पटवारी नवा रायपुर के तूता में धरनारत है। सीएम के इस निर्देश के बाद भी अब तक हड़ताली पटवारियों से चर्चा करने कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है। इस बीच कल सीएम के निर्देश के बाद संघ के सभी जिलाध्यक्ष रायपुर बुलाए गए हैं। तूता धरना स्थल पर इनकी प्रांतीय बैठक हुई। चुनावों के समय को देखते हुए पटवारियों का कहना है कि मांगें पूरी होने तक वे हड़ताल पर बने रहेंगे। इस दौरान पटवारियों ने बुधवार को धरना स्थल पर हनुमान चालिका सा पाठ पढ़ा। उनके धरने को आप पार्टी के जिला सचिव विजय झा ने समर्थन दिया।
सोशल मीडिया में लोग नाराज
सोशल मीडिया में लोग नाराजगी जता रहे। इसे लेकर लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर सरकार और पटवारियों पर आक्रोश जता रहे हैं। ट्वीटर पर एक युवती ने पोस्ट किया कि सीधी भर्ती निकली है। आवेदन के साथ आय और मूल निवासी प्रमाण पत्र अनिवार्य।प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं,क्योंकि 22 दिन से पटवारी हड़ताल में हैं । पटवारी हड़ताल में हैं क्योंकि वेतन-भत्ता-सुविधा से जुड़ी मांग है । एक अन्य ने रीट्वीट किया कि तो कौन है जि़म्मेदार..सत्तासीन कांग्रेस सरकार या कोई दूसरा? एस्मा लागू करो कार्रवाई करो हड़ताल खत्म! इसके जवाब में ट्वीट हुआ कि जो हड़ताल नहीं जाते उनका तो वेतन भत्ता बढ़ा दे सरकार। खबर पहुंचा दीजिए आगे तक। एक अन्य ने लिखा कि पिंगुवा कमिटी के सिफ़ारिश की मांग कर रहे हैं पटवारी। एक ने पोस्ट किया कि जो ड्यूटी पर न आए उसे नौकरी से निकाल देना चाहिए । सबसे ज्यादा तनख्वाह इनकी है। नक्शा बनाने सा 2-5 हजार, जमीन नापजोख या 15-20 हजार लेते हैं। ये कहां से सरकारी नौकरी हुई। इन लोगो की हड़ताल से और सरकार की अनदेखी से आम लोग परेशान है।