रायगढ़
निर्णायक मण्डल में रहे शामिल, बढ़ाया जिले का मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 7 जून। कला एवं सस्ंकृति की नगरी रायगढ़ में हुए तीन दिवसीय रामायण महोत्सव में रामायण के अरण्यकाण्ड पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों से आये कलाकारों ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया था। यही वजह र्है कि इस रामायण महोत्सव को काफी सराहना मिली और गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड में महोत्सव का नाम दर्ज हुआ। वहीं दूसरी ओर प्रतिभागियों के जजमेंट के लिए देश के अलग अलग हिस्सों से चार सदस्यीय जूरी नियुक्त की गई थी।
खासकर रायगढ़ शहर के लिए यह गर्व की बात है कि जूरी के एक सदस्य डॉ योगेन्द्र चौबे थे, जो इसी शहर में पले बढ़े है। इतने भव्य आयोजन में जूरी सदस्य बनने से रायगढ़ का नाम पूरे देश में हुआ। योगेन्द्र चौबे ने इस विषय पर कहा कि अपने शहर में इतने बड़े स्तर के कार्यक्रम में जूरी का सदस्य बनने पर मैं स्वंय को गौरवांवित महसूस कर रहा हूं।
उन्होंने राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की तारीफ करते हुए कहा कि कला नगरी रायगढ़ में ऐसे आयोजन होते रहे जिससे स्थानीय कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर का मंच अपने घर पर ही मिल सके। डॉ योगेन्द्र चौबे शिक्षा दिक्षा रायगढ़ में ही हुई है। जीवन के शुरूवात से ही योगेन्द्र की रूचि नाटक व गायन के क्षेत्र में रही है। देश के सर्वाच्च नाट्य संस्थान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली से परिकल्पना व निर्देशन में विशेषज्ञता प्राप्त योगेन्द्र चौबे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय पीएचडी कर इसी विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता के पद पर कार्यरत है। कई राष्ट्रीय स्तर के मंच पर नाटकों में अभिनय व निर्देशन कर डॉ. योगेन्द्र चौबे ने रायगढ़ जिले का नाम रोशन किया है।
वर्तमान में श्री चौबे इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता के साथ ही सस्ंकृति मंत्रालय भारत सरकार की एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य तथा संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के एडवायजरी कमेटी के सदस्य हैं।