बस्तर

पार्षद ने बुजुर्ग, बच्चों व दिव्यांगों के लिए की विशेष व्यवस्था की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 8 जून। राशनकार्ड में अंकित परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवायसी जून के अंत तक अनिवार्य रूप से कराये जाने की जानकारी अधिकांश राशनकार्ड धारियों को नहीं है। यह शहर का हाल है, इससे ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
राशनकार्ड धारियों का ई-केवायसी किये जाने का व्यापक प्रचार प्रसार नहीं हुआ है और राशन दुकानों में भी जून की तपती गर्मी में लोग परिवार सहित आने से परहेज कर रहे हैं। जो लोग ई-केवायसी कराने पहुँच भी रहे हैं, उन्हें सर्वर डाउन होने की समस्या के कारण एक से दो घंटे राशन दुकान में मजबूरी में पसीना बहाते बैठना पड़ रहा है।
जिससे भी अनेक लोग लौट जा रहे हैं। पार्षद ने खाद्य नियंत्रक से बात कर ई-केवायसी प्रक्रिया में लोगों को हो रही परेशानियों के संबंध में बताया और विशेष कर बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांग जनों की ई-केवायसी कराये जाने की अलग व्यवस्था करने के लिए कहा है।
मोतीलाल नेहरू वार्ड के भाजपा पार्षद आलोक अवस्थी ने कहा कि उनके वार्ड में एपीएल व बीपीएल के कुल 528 राशनकार्ड धारी है। 6 जून को खाद्य विभाग द्वारा राशनकार्ड धारियों का अनिवार्य रुप से ई-केवायसी किये जाने का निर्देश जारी हुआ है लेकिन इसका प्रचार प्रसार नहीं किया गया है, जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति है।
पार्षद आलोक अवस्थी ने वार्ड की राशन दुकान में आ रहे लोगों से मिलकर उनकी परेशानी सुनी, जिसमें सर्वर डाउन होने की समस्या और अधिक उम्र के लोगों के अंगूठा का निशान नहीं आने की दिक्कत बनी हुई है। तेज गर्मी में राशन दुकान पहुँच रहे लोग इन समस्याओं से नाराज भी हो रहे हैं।
पार्षद श्री अवस्थी ने खाद्य नियंत्रक जीएस राठौर से बात कर ई-केवायसी प्रक्रिया में लोगों को हो रही परेशानियों के संबंध में बताया और विशेष कर बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांग जनों की ई-केवायसी कराये जाने की अलग व्यवस्था करने के लिये कहा है। खाद्य नियंत्रक श्री राठौर ने इस बाबत व्यवस्था बनाने आश्वस्त किया है।