धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 9 जून। ग्राम गुदगुदा में लम्बे समय से चल रहे अवैध रेत उत्खनन पर रोक लगाने की मांग को अनसुनी करने पर ग्रामीणों द्वारा अफसर का पुतला दहन करने की चेतावनी के बाद खनिज विभाग के अधिकारी पुलिस बल के साथ जाकर उक्त रेत खदान को बंद करा दिया है।
गौरतलब है कि आरटीआई कार्यकर्ता दिवाकर चंद्राकर ने कुरूद प्रशासन को ज्ञापन सौंप गुदगुदा की खदान को बंद कराने की मांग कर कार्रवाई नहीं होने पर अनुविभागीय अधिकारी का पुतला दहन की चेतावनी दी थी। तय समय से पहले ही संबंधित खदान से रातों रात दर्जनों हाइवा और चैन माउंटेन मशीनों को गायब करा दिया गया। गुरुवार को खनिज अधिकारी बजरंग पैकरा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां कुछ भी नहीं मिला। कार्रवाई के नाम पर रेत निकालने के लिए बनाए गए रैंप को जेसीबी से हटाया गया।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि नेताओं के दबाव में अधिकारी खनिज माफिया पर कार्रवाई नहीं करते, जिसके चलते नदी के दोनों किनारे से रातदिन रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। पर्यावरण से हो रहे इस खिलवाड़ में रोक लगाने कोई भी निर्वाचित जनप्रतिनिधि आगे नहीं आ रहा है। ऐसे में सिविल सोसायटी को ही आगे आना पड़ रहा है।
इस संबंध में एसडीएम सोनाल डेविड ने बताया कि गुदगुदा में अवैध रेत उत्खनन की शिकायत मिली थी जिसे उच्च अधिकारियों के पास भेजा गया था, गुरुवार को जिला प्रशासन के निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा रैंप हटाने की कारवाई की गई है।
खनिज विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई के वक्त मौके पर दिवाकर चंद्राकर, योगेश कुर्मी, विनोद सचदेवा, उमेश साहू, दीपराज चंद्राकर, जतिन सेन, घनश्याम साहू, नीरज ध्रुव, वाहिद खान, नूतन सोनकर, हित्तू पनरिया, वीरेंद्र साहू, ठाकुर प्रसाद, देवेंद्र साहू, प्रमोद सोनकर, थानेद्र साहू, आदि मौजूद थे।