धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 10 जून। ग्राम कातलबोड़ में आयोजित शैक्षिक एवं करियर मार्गदर्शन शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए साहू समाज प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू ने कहा कि दांड़ बोड़ी से नहीं, आपसी प्रेम और सामंजस्य से ही समाज आगे बढ़ सकता है।
ग्राम पंचायत कातलबोड में परिक्षेत्र साहू समाज बानगर एवं कर्मचारी प्रकोष्ठ के सहयोग से आयोजित नि:शुल्क शैक्षिक कैरियर, मार्गदर्शन शिविर के समापन समारोह में 9 जून को मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ अध्यक्ष टहल सिंह साहू ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हमें पढ़ाई के साथ संस्कार को बढ़ावा देने की जरूरत है। नई पीढ़ी संस्कार में पीछे हो रही हैं। संस्कार युक्त शिक्षा हासिल कर बैगा गुनिया, अंधविश्वास से दूर रहकर हम समाजिक कुरुतियों से पीछा छुड़ा सकते हैं।
उन्होंने समाजिक पदाधिकारियों से कहा कि विभिन्न प्रकरणों के निराकरण में आर्थिक दंड ही अंतिम विकल्प नहीं होता, प्रेम व्यवहार से भी मामले निपटाए जा सकते हैं।
प्रदेश उपाध्यक्ष मालकराम साहू ने समाजिक एकता की हिमायत करते हुए कहा कि संगठित होकर ही हम अपने लक्ष्य को पा सकते हैं।
जिलाध्यक्ष अवनेंद्र साहू, चितरंजन साहू, राधेश्याम, गोपाल साहू, कामता साहू, प्रेमचंद साहू सहित शिक्षा जगत से जुड़े लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। शिविर में सेवा प्रदान करने वाले 65 शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रतीक चिन्ह एवं 350 लाभार्थी विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कर्मा ग्रंथालय हेतु विशेष सहयोग के लिए महेन्द्र साहू, प्रेमचंद साहू को भामाशाह एवं कौशल साहू को भगीरथ सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मनीष साहू, तेजनलाल, सोमन साहू, चुरामन, कमलेश, मनोज, कौशल, हेमराज, लक्षमण, जीवन, मेवाराम,महेंद्र, तुकाराम, गुलाप, हिरामन, जनक, ईश्वर, शेखन, सियाराम, कामराय, चुनुराम, रामप्रसाद, पदमनी, दुर्गा, त्रिवेणी, नंदनी, प्रेमलता, लेखराम, हरिशंकर, उमेश, युवराज, टेकराम, पोखन, मिलन, लेखचन्द, तेजराम, कृष्णकुमार, प्रदीप, लालजी, महेतरु, देवनारायण, भारत राम, खिलेश्वर, रविन्द्र, भुनेश्वर, रोशन, देवेंद्र साहू आदि उपस्थित थे।