महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,10 जून। कल राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कलेक्टर महासमुंद प्रभात मलिक, सीएमएचओ डॉ.पी.कुदेशिया जिला महासमुंद, डॉ. बी माहेश्वरी सयुंक्त संचालक व अस्पताल अधीक्षक, रोहित वर्मा डीपीएम एनएचएम और डॉ. सीपी चंद्राकर नोडल अधिकारी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के समन्वय से मेडिकल कालेज महासमुंद में सुरक्षा गार्ड को आत्महत्या रोकथाम पर गेट कीपर प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य था कि अस्पताल में ऐसे व्यक्ति जो मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त हैं,जो आत्महत्या करने का प्रयास करते हंै या आत्महत्या जैसे कदम उठाते हैं, के व्यवहार को समझने की प्रयास करना था। बताया गया कि जो लोग मानसिक तनाव में रहते हंै वे ज्यादा गहराई तक डिप्रेशन के शिकार होते हंै और ऐसे लोग ही आत्महत्या करने का प्रयास करते हैं। उनका व्यवहार सामान्य से अलग होता है। ज्यादा समय तक साइलेंट रहता है। अपनी परेशानी दूसरों को नहीं बताते हैं। वार्तालाप नहीं करते हैं। डर, भय, घबराहट,बेचैनी,कानों में आवाज सुनाई देना, अपना ख्याल नहीं रखपाना, अपना काम समय पर नहीं कर पाना आदि पहचान हो सकता है।
कहा गया कि कोई भी ऐसे व्यक्ति घर के आस पास मिले तो सम्पर्क कर मेडिकल कालेज सह जिला चिकित्सालय स्पर्श क्लिनिक में लायें। हर सप्ताह दिन शुक्रवार और शनिवार समय 2 बजे के बाद कमरा नंबर 6 में प्रशिश्चित चिकित्सा अधिकारी और मनोरोग परामर्श दाता, मनोवैज्ञानिक की टीम मिलेंगे। इस कार्यक्रम में स्पर्श क्लिनिक से मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता रामगोपाल खूंटे, खेमू बघेल सुपर वाइजर, लावेश चौधरी, व स्टॉफ ने भाग लिया। इस दौरान 23 सुरक्षा गार्ड को आत्महत्या रोक थाम पर गेट कीपर प्रशिक्षण दिया गया।