दन्तेवाड़ा

दंतेवाड़ा, 10 सितंबर। जिला एवं सत्र न्यायालय दंतेवाड़ा में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार होता के निर्देशानुसार इस लोक अदालत के लिए कुल 11 खंडपीठ का गठन किया गया था। जिसमें न्यायाधीश, परिवार न्यायालय दंतेवाड़ा का भी नवीन खंडपीठ बनाया गया था। सभी न्यायालयों में प्री-लिटिगेशन के मामले जैसे- बैंक, विद्युत नलजल, बीएसएनएल एवं राजस्व न्यायालयों के मामलों को मिलाकर कुल 4 हजार 762 प्रकरण रखे गये थे। जिनमें से कुल 3 हजार 712 मामले निराकृत हुए, जिसमें प्री-लिटिगेशन के कुल- 1,72,042 रुपये राशि का अवार्ड पारित किया गया ।
इसी प्रकार सभी न्यायालयों में लंबित नियमित मामले कुल 1315 रखे गये थे। जिनमें से कुल 1101 मामलों का निराकरण करते हुए कुल 2,76,84,427 रुपये राशि का अवार्ड पारित किया गया। इस प्रकार सभी मिलाकर इस लोक अदालत में कुल 6077 प्रकरण रखे गये थे। जिसमें से 4813 प्रकरणों का निराकरण करते हुए 2,78,56,469 रूपये का अवार्ड पारित किया गया।
ज्ञातव्य है कि उक्त लोक अदालत वर्चुअल एवं भौतिक दोनों रूप में आयोजित किया गया था। इस क्रम में नेशनल लोक अदालत में आज मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण दंतेवाड़ा के खंडपीठ क्रमांक 1 के पीठासीन जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार होता के न्यायालय के मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों में कुल 14 प्रकरणों का निराकरण करते हुए कुल राशि 1,33,55,000 रुपये का अवार्ड, संतोष कुमार तिवारी, न्यायाधीश, परिवार न्यायालय दंतेवाड़ा के न्यायालय से कुल 6 प्रकरण का निराकरण करते हुए 21000 रु. का अवार्ड, प्रवीण कुमार प्रधान प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दंतेवाड़ा के न्यायालय से कुल 6 प्रकरण का निराकरण करते हुए 40.00,000 रु. का अवार्ड, पारित किया गया।
इसके अलावा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी बचेली के द्वारा भी अधिक से अधिक मामले इस लोक अदालत में राजीनामा हेतु रखे गये थे और कुल 1051 रेगुलर मामलों का निराकरण किया गया। इसके साथ ही न्यायालय परिसर दंतेवाड़ा में हेल्थ चेकअप एवं स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया। जिसमें न्यायालय में उपस्थित होने वाले न्यायाधीशगण के साथ-साथ अन्य पक्षकारों, अधिवक्ताओं, स्टाफ ने अपने अपने स्वास्थ्य का जांच कराया गया। इसके अलावा न्यायालय परिसर के मध्यस्थता कक्ष में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्तागण, सुलहकर्ता गण एवं अन्य सम्मानित जनप्रतिनिधियों के साथ अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस भी मनाया गया। प्राप्त जानकारी अनुसार आगामी नेशनल लोक अदालत 9 दिसंबर को पुन: आयोजित किया जाएगा।