रायगढ़

स्टेशन में जमकर प्रदर्शन के बाद सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 सितंबर। छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेश में यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी के अलावा उनके कैंसल करने के साथ-साथ रेलवे के निजीकरण मुद्दे को लेकर जिला कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर रेल रोको आंदोलन का आगाज किया।
रायगढ़ रेलवे स्टेशन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच झड़प व धक्कामुक्की के बाद घंटों तक कांग्रेसी कार्यकर्ता रेल पटरी में बैठकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान रेलवे ने यात्री व मालगाडिय़ों का परिचालन अघोषित रूप से कुछ घंटों के लिये रोक दिया था बावजूद इसके कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपने रेल रोका आंदोलन को सफल बनाने के लिये पटरियों में बैठकर नारेबाजी करते हुए आंदोलन को सफल बनाने का प्रयास किया।
प्रदेश व्यापी रेल रोका आंदोलन के तहत रायगढ़ रेलवे स्टेशन में पुलिस व आरपीएफ के बल को धकेलकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने रेल पटरी में बैठकर यात्री ट्रेनों व मालगाड़ी को रोकने के लिये अपने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी देर तक कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच झड़प व धक्का मुक्की भी देखने को मिली और कुछ कार्यकर्ता अलग-अलग गुटों में बैठकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करते नजर आये।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का कहना था कि लगातार यात्री ट्रेनों के घंटो लेट होने के अलावा अचानक कैसिंल करने से प्रदेश की जनता खासी परेशान है और रेल का निजीकरण किया जा रहा है इसको लेकर कांग्रेस का यह आंदोलन नरेन्द्र मोदी के नीतियों के खिलाफ था। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता का कहना था कि पिछले कई माह से यात्री ट्रेनों के कैंसिल व लेट होने के कारण गरीब यात्री काफी परेशान हैं जिसके लिये यह आंदोलन करना पड़ रहा है। उनका कहना था कि लगातार यात्री ट्रेनों के परिचालन में गंभीर लापरवाही होने से जनता को दिक्कते आ रही है जबकि कांग्रेस शासन में ऐसा नहीं था।
कांग्रेस के रेल रोको आंदोलन के दौरान युवा नेता अनिल अग्रवाल चीकू भी काफी सक्रिय नजर आये और उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर रेल रोको आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।