महासमुन्द

नशे में आए दिन पत्नी और परिवार से लड़ाई-झगड़ा, मारपीट करता था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,15 सितंबर। महासमुंद जिले के परसवानी गांव में एक शराबी अधेड़ की उसके ही बेटे ने फावड़ा मारकर हत्या कर दी। आरोपी युवक का कहना है कि पिताजी शराब के नशे में आए दिन पत्नी और परिवार से लड़ाई-झगड़ा, मारपीट करता था। रोज यही कहता था कि परिवार के सब लोगों को मार दूंगा और दूसरी शादी कर लूंगा।
इसी बात से परेशान उसके छोटे बेटे ने मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात फ ावड़े से वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद फ ावड़े को खेत में छिपा दिया, खून से सने कपड़े एक कुएं में डाल दी। सुबह जब कोतवाली पुलिस पहुंची और जांच के दौरान कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस ने फ ावड़ा और खून से सने कपड़े जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह ग्राम परसवानी निवासी दीपक साहू पिता अलख राम साहू ने कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई-मेरे चाचा कृष्णा साहू 45 साल अपने कमरे के लकड़ी के पाटे में मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। उनके सिर में गहरी चोट है। सूचना पर पुलिस ग्राम परसवानी पहुंची तो देखा कि मृतक पाटे पर चित पड़ा है और उसके सिर में हगरे जख्म हैंष चेहरा खून से सना हुआ है। पुलिस ने तत्काल शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जांच के लिए फॉरेंसिक और डॉग स्क्वॉड भी मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 कायम कर विवेचना में लिया। मामला दर्ज हाते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के बारे में अलग-अलग टीम गठित कर परिवार संबंधी, भूमि बंटवारा, निजी जीवन के संबंध में छोटी-छोटी जानकारियां एकत्र की।
थाना प्रभारी शशांक पौराणिक ने बताया कि मृतक का छोटा बेटा धर्मेंद्र घटना के दिन घर में ही था। उसने पूछताछ करने पर शुरू में गुमराह किया। पुलिस ने संदेह के आधार पर उसे अभिरक्षा में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार लिया। अपने बयान में आरोपी ने कहा-बीते 13-14 सितंबर की दरमियानी रात 2.30 बजे की बात है। इस दिन मेरा मंझला भाई सेवकराम घर के पिकअप में सब्जी लेकर अपने दोस्तों के साथ ओडि़शा चला गया था। घर में मैं अपने दो भाईयों के साथ था।
हम तीनों भाई खाना खाकर सो गए। देर बाद पिताजी कृष्णा साहू शराब के नशे में घर आए और तुम लोगों को मार दूंगा कहकर अपने कमरे में चले गए। उस दिन सुबह से ही उन्होंने मुझसे कहा था कि अपनी मां से बात मत करना वरना जान से मार दूंगा। यही बात मेरे मन में चल रही थी। थोड़ी देर बाद बाद मैं उनके कमरे में गया। देखा कि पिताजी में लेटे हुए हैं, सो रहे हैं। मैं हत्या करने के विचार से घर में रखे लोहे के फ ावड़े लिया और उनके बिस्तर में चढ़ गया। फिर उनके सिर में कई बार वार किया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
आरोपी ने पुलिस को आगे बताया-घटना में प्रयुक्त लोहे के फ ावड़े को घर के सामने खेत में फेंक दिया और खून सने कपड़े को सामने खेत में बने कुएं में थैली में भरकर फेंक दिया। मैं अपने बड़े भाई तिलक के साथ सोता हूं।
तिलक गांजा व अन्य नशे का आदी है। इसलिए उनकी मानसिक स्थिति कमजोर है। मां लड़ाई झगड़े के चलते हाल ही में मायके गई है। मां और पिताजी की बिल्कुल नहीं बनती। आए दिन मां केसाथ गाली गलौज मारपीट करना, हम लोगों को जान से मार देना, दूसरी शादी करने के धमकी देना पिताजी का रोज का काम था।