महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 15 सितंबर। छत्तीसगढ़ के निवासरत उत्कल ब्राम्हण समाज को संगठित कर उनके स्वामित्व में अक्षुण्ण बनाये रखने के उद्देश्य से सर्व उत्कल ब्राम्हण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा के नेतृत्व में निकाली गई स्वामिभमान यात्रा के तीसरे चरण का बिलासपुर में भव्य समापन हुआ। जहां पिथौरा से पी.सी. त्रिपाठी, प्यारेलाल मिश्रा और नवीन पण्डा के नेतृत्व में एक जत्था के अलावा प्रदेश के कोने-कोने से उत्कल भाषियों ने शिरकत की।
प्रदेशाध्यक्ष पुरन्दर मिश्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अपने स्वागत के लिये उमड़े उत्कल वासियों के सैलाब से अभिभूत पुरन्दर मिश्रा ने कहा कि इस यात्रा माध्यम से हम विभिन्न उत्कल भाषी समाजों को संगठित और संस्कारित करने जा रहे है। साथ ही ‘संघे शक्ति कलियुगे’ के आधार पर अलग-अलग समाजों में विभक्त उत्कल भाषियों को एक मंच में लाकर हम अपनी राजनैतिक शक्ति का अहसास भी कराना चाहते हैं। ताकि छत्तीसगढ़ में निवासरत 35 लाख की संख्या में निवास करने वाली इस बड़ी आबादी को कोई भी राजनीतिक पार्टी उपेक्षित न करें।
प्रदेश स्तरीय इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की हालिया परीक्षा में चयनित होकर समाज को गौरवान्वित करने वाले सराईपाली के होनहार युवा निखिलेश मिश्रा का सम्मान किया गया। निखिलेश का चयन पी.एस.सी. के माध्यम से लेखाधिकारी के पद पर हुआ है।कार्यक्रम को बिलासपुर उत्कल समाज के अध्यक्ष अमित मिश्रा, रायपुर उत्कल समाज की महिला अध्यक्ष निवेदिता मिश्रा, सुभाष जेना, प्रफुल्ल मिश्रा, रवि मिश्रा, सुब्रत रथ, शर्मिला मिश्रा, और बसना के तरूण दास ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उत्कल समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी पूर्णचन्द्र त्रिपाठी ने कहा, बिलासपुर सम्मेलन ऐतिहासिक रूप से सफल रहा। जिसमें महासमुन्द जिले से जिलाध्यक्ष नित्यानंद मिश्रा, तरूणदास प्रदेश प्रवक्ता पी.एल. मिश्रा, हेमन्त दास, पी.सी. त्रिपाठी, नवीन पण्डा, आनन्द बिलास दास, विनोद बिहारी कर एवं अन्य बड़ी संख्या में उत्कल समाज के लोगों की उपस्थिति रही ।