बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 सितंबर। जिले में किसानों की भूमि और खरीफ फसलों के आंकलन के लिए राजस्व विभाग गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करा रहा है। जुलाई माह से ही गिरदावरी कार्य शुरू हो गया है। जिसे 30 सितंबर तक पूरा करना है। अपर कलेक्टर सहित अपने-अपने क्षेत्रों बेमेतरा तहसील के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित, बेरला, साजा और नवागढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने किसानों के जमीन का आंकलन मौके पर पहुंचने का सिलसिला आज से शुरू कर दिया है।
गिरदावरी के दौरान स्थल का मौका मुआयना करने पर वास्तविक स्थिति का भी पता चलेगा। अपर कलक्टर सी.एल मार्कण्डेय ने आज रैंडमली निरीक्षण करने स्वयं खेतों में पहुँचें। ग्राम कंतेली और सिंघौरी में लगभग 100 खसरों का मौके पर जाकर गिरदावरी निरीक्षण किया। उनके साथ डिप्टी कलेक्टर पिंकी मनहर और अधीक्षक भू अभिलेख आशुतोष गुप्ता ने भी निरीक्षण किया। मौके पर हल्का पटवारी, कोटवार, ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव और कृषकगण उपस्थित थे।
अपर कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का खरीदी तथा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत रकबे के आधार पर किसानों को लाभ दिया जाता है।
इसके लिए वास्तविक कृषक, उनके सही रकबे एवं उसमें लगाई गई फसल का सत्यापन होना अत्यंत आवश्यक है। जिले में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां धान के अतिरिक्त अन्य फसलों का वृहद क्षेत्र में उत्पादन किया जाता है।
अत: अभियान के रूप में त्रुटिरहित गिरदावरी किया जाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।