बेमेतरा

कलेक्टर ने जिला मुख्यालय के तटवर्ती क्षेत्र मे राहत के कामों को देखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 सितंबर। जिले के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ ने कहर बरपाया है। बाढ़ की वजह से सबसे अधिक नुकसान बेरला क्षेत्र में हुआ है। बेरला क्षेत्र में 44 गांव, साजा ब्लॉक में 27 और बेमेतरा ब्लॉक में 20 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जिले में आपदा से निपटने के लिए राहत कार्य में तेजी लाई गई है।
कलेक्टर पीएस एल्मा शनिवार को बेमेतरा ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित ग्राम बैजी पहुंचे। बारिश के दौरान अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति तथा नदी, नालों में उफान के दौरान पानी से घिरे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए रबर मोटर बोट की मदद ली गई। कलेक्टर सुरक्षा जैकेट पहनकर बचाव दल के साथ बाढ़ प्रभावित लोगों के पास पहुंचे।
बेमेतरा जि़ले और आसपास के जिलों में भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर बढ़ गया, जिससे नदी किनारे बसे कई ग्रामों में जल भराव हो गया है। इसके परिणामस्वरूप यातायात और बिजली सेवा में भी बाधित हुई है।
रसद व अन्य सामग्री पहुंचाई गई
जिला प्रशासन, बचाव दल के साथ स्थानीय लोग भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में ग्राम पंचायत, स्थानीय जनों के सहयोग से राशन सामग्री, भोजन, पेयजल, चिकित्सा व्यवस्था, मवेशियों के लिए चारा इत्यादि की व्यवस्था कर रहे हैं। ग्राम डडजरा में नगर पंचायत बेरला द्वारा तत्काल पानी का टेंकर भेज कर प्रभावितों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। बारिश के कारण अनुभाग बेरला, साजा व नवागढ़ आदि के कई ग्रामों में नदी, नालों का जल स्तर बढऩे के कारण जल भराव, यातायात व बिजली सेवा बाधित हुई है।
बेरला ब्लॉक के 44 गांव हुए प्रभावित
बेरला में शिवनाथ नदी के तटीय ग्राम भेडनी, डडजरा, खम्हारिया (डी), घोटमर्रा में गांवों के अन्दर पानी घुसने से प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया। ग्राम डडजरा के 14 प्रभावित परिवारों के 120 सदस्य, ग्राम भेडनी के 07 प्रभावित परिवारों के 31 सदस्य, ग्राम घोटमर्रा के 03 प्रभावित परिवारों के 10 सदस्य, ग्राम खम्हारिया (डी) के 01 प्रभावित परिवारों के 09 सदस्यों को ग्राम में ही स्थित राहत शिविरों में पहुंचाया गया। जहां पर प्रशासन, ग्राम पंचायत, स्थानीय गांव वालों के सहयोग से भोजन, पेयजल, चिकित्सा व्यवस्था, पशुओं के लिये चारा इत्यादि की व्यवस्था तत्काल की गई।
भारी बारिश के चलते टेमरी-सिंमगा शिवनाथ नदी पुराना पुल मार्ग अवरुद्ध हो गया है। दुर्घटना की आशंका को देखते हुए बैरीकेटिंग कर रास्ते को बंद किया गया। प्रशासन द्वारा जमीनी अमले के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रो में जल स्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। कोटवारों के माध्यम से मुनादी करवाई जा रही है।
नवागढ़ शंकर नगर में बाढ़ का पानी घरों में घुसा
मोहरंगिया नाला में आए बाढ़ से नवागढ़ शंकर नगर के लोगों को संकट का सामना करना पड़ा। बाढ़ का अनुभव रखने वाले तीन शिक्षक परिवार अधिक प्रभावित हुए। शिक्षक सुरेश बंजारे की धर्मपत्नी शिक्षिका कीर्तन बंजारे ने घर की रसोई से लेकर पोर्च तक की तस्वीर शेयर कर दर्द बया की है। घर में तैरते समान हरेक कमरों में तीन फीट जल भराव के चलते दो दिन तीन रात से बंजारे परिवार बाढ़ कम होने का इंतजार कर रहा है। इनके दोनो पड़ोसी शिक्षक बी आर हिरवानी एवं सुरेश कोशले की समस्या इनसे अधिक है। घरों में बिजली के उपकरण तैरते देखकर चिंतित, सभी परिवार बाढ़ उतरने के बाद नुकसान की गणना कर पाएंगे।
कई इलाके जलमग्न
ग्राम चीजगांव में बीते 24 घंटे के दौरान हुई तेज बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए। निचले इलाकों और सडक़ किनारे पानी भर गया। सडक़ किनारे बसे अनेक घरों में बारिश का पानी घुस गया है। कुवंरसिंह नेताम, तुलसी नेताम, दाताराम, प्रकाश साहू, चोवाराम साहू, गोकुल विश्वकर्मा, दीनदयाल साहू समेत गांव के कच्चे मकान एवं शासकीय उचित मूल्य की दुकान में पानी घुस जाने से भारी नुक़सान पहुंचा है।
राशन दुकान में रखे चांवल, शक्कर और नमक को ट्रेक्टर में भरकर गांव में अन्य स्थान पर सुरक्षित रखा गया। पानी भले ही कम हो रहे हैं लेकिन मकान कच्चे होने के कारण नुकसान ज्यादा हुआ है। सडक़ों में पानी भर जाने एवं नदी नाले उफान पर होने के कारण बच्चों की पढ़ाई लिखाई एवं मजदूरों की कामकाज ठप सा हो गया है।
मंत्री चौबे बाढ़ प्रभावितो की ले रहे जानकारी
पंचायत , जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे बाढ़ प्रभावित गांव गडुवा पहुँचे। आम जनता एवं अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं। क्षतिपूर्ति के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।