बेमेतरा

तीन साल से प्रतिदिन अपनी मां के साथ कर रहा योगाभ्यास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 सितंबर। शहर के आनाज व्यापारी के परिवार के 7 साल के बालक मेहूल चांडक ने योग व अभ्यास के बल पर आंखों पर पट्टी बांधकर कागज पर लिखे अक्षरों को उंगलियों से छूकर हूबहू पहचान कर बता दिया। इतना ही नहीं अलग-अलग रंगों की पहचान करने में भी उसे महारत हासिल है। शहर के गस्ती चौक में रहने वाले मनीष चांडक के 7 साल का पुत्र मेहूल चांडक अपनी विलक्षण प्रतिभा की वजह से चर्चा में है। मेहूल आंख पर पट्टी बांध कर अखबार भी पढ़ सकता है। वह सायकल चला सकता है और पैर के नीचे रखे नोट के नंबर भी बता सकता है। यहां तक की मोबाइल से किसी को भी उसके नंबर पर वाट्सएप से मैसेज भेज सकता है।
ये भी करता है
मेहुल योगा के सभी आसन बड़े ही आसानी से कर लेता है। वहीं हारमोनियम बजाना और शास्त्री संगीत उसे पसंद है। हारमोनियम बजाकर वह गाना भी गाता है। समाजसेवी ताराचंद महेश्वरी व पार्षद नीतू कोठारी ने कहां कि निरंतर योग अभ्यास के कारण मेहुल को यह शक्ति प्राप्त हुई है। बहरहाल अपनी क्षमता के बल पर मेहूल इन दिनों लाइमलाइट में आ गया है।
मां के साथ 3 साल
से कर रहा योगा
मेहूल की मम्मी सुनीता चांडक ने बताया कि वह 3 वर्ष की उम्र से उनके साथ सुबह 5 बजे उठकर योग करता है। अभी 25 दिन पहले अचानक योग अभ्यास करने पर अभ्यास के बल पर इस तरह का क्षमता विकसित हुई है। मेहुल ने बताया कि उसे उसके शरीर के अंदर के सारे पार्ट्स दिखाई दे रहे हैं और बालक अपनी मम्मी को यह बताने लगा कि शरीर में विभिन्न पार्ट्स कहां पर हैं। वहीं इसके बाद मेहूल आंखों को बंद कर बाहरी वस्तुओं के बारे में भी बताने लगा।
आंख पर पट्टी बांधी फिर भी बता दिया सब कुछ
घर में मेहूल के आंखों पर पट्टी बांधकर सवाल किया गया तो उसने जो जवाब दिए वो मौजूद सभी लोगों के लिए हैरान करने वाले थे। मेहूल ने आंखों पर पट्टी बांधकर अखबार पढ़ा, विभिन्न रंग बताए और चेस खेला। इसके साथ ही वह साइकिल भी चलता है। अब इसे ईश्वरी चमत्कार कहें या योगा मेडिटेशन का प्रभाव। परंतु दिव्य शक्तियों से मेहूल ने जो किया वह सभी को हैरान करने वाला था।