धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 20 सितम्बर। किसी भी समाज के विकास का केंद्र बिंदु विद्यालय है। यदि समाज विद्यालय द्वारा दी जाने वाली शिक्षा के प्रति जागरूक है तो समाज का विकास तय है। इसी बात को ध्यान में रखकर मगरलोड विकासखण्ड के सिंगपुर में स्थित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट विद्यालय से युवाओं ने जुडऩे का संकल्प लिया।
ज्ञात हो कि इस विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम माँ भी स्कूल आएगी में पांच सौ माताओं ने अपनी उपस्थिति देकर बच्चों की शिक्षा दीक्षा में माँ की भूमिका को जाना समझा और विद्यालय को सहयोग करने का संकल्प लिया। अब इसी कड़ी में लगभग दो सौ युवाओं ने विद्यालय द्वारा आयोजित युवा वर्ग शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में शामिल होकर विद्यालय को बेहतर बनाने का संकल्प लिया।
इस शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में विद्यालय द्वारा युवाओं को आह्वान किया गया कि वे विद्यालयीन गतिविधियों में बढ़ चढक़र भाग लें। युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग खेलकूद,नृत्य संगीत,स्वास्थ्य एवम स्वच्छता, शैक्षिक गोष्ठी,परामर्श बैठक, टी एल एम निर्माण,सामाजिक जागरूकता के लिए रैली ,आदि के आयोजन में कर सकते हैं।
युवा देश की असली ताकत हैं। यदि युवा वर्ग का रचनात्मक सहयोग विद्यालय को मिलेगा तो निश्चित ही स्कूली बच्चों का विकास होगा। शैक्षिक संवाद के इस सुअवसर पर युवाओं को कौशल विकास की जानकारी देने के लिए शैलेन्द्र गुप्ता सहायक संचालक कौशल विकास तकनीकी शिक्षा धमतरी भी उपस्थित थे।
उन्होंने कौशल विकास हेतु युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि आज डिग्री से कहीं ज्यादा मांग कौशल की है। अत: युवा वर्ग को कौशल विकास पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम में उपस्थित तुमन साहू ने युवाओं से चर्चा करते हुए कहा कि युवा वर्ग सबसे पहले अपने कैरियर को और भी बेहतर बनाएं। शासकीय सेवा के अतिरिक्त, व्यापार, खेलकूद, संगीत, तकनीक के क्षेत्र में भी कैरियर बनाया जा सकता है। रुचि के अनुरुप क्षेत्र का चयन कर युवा परिश्रम कर अपना कैरियर बना सकते हैं।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ व्ही .पी. चन्द्रा ने इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधान के अनुरूप विद्यालय को विकसित करने में युवा वर्ग की भूमिका पर ,विशेष प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यालयीन गतिविधियों में युवाओं से परामर्श की बात को दुहराते हुए कहा कि युवा साथीविद्यालय में एक समृद्ध वाचनालय की स्थापना में मदद करें। युवाओं के कैरियर निर्माण में वाचनालय बड़ी भूमिका निभा सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं में से ताहिर अली, निशांत कौशल, हेमंत मरकाम, टिकेश्वर ध्रुव, चमन सोरी, यशवंत ध्रुव, जुबेर जिलानी, तोरण दीवान, खेमेन्द्र तिवारी, ऐश्वर्या दीवान, विद्या कंवर, कविता सोरी, चंद्रिका, दुलेश्वरी ध्रुव के अलावा सभी शिक्षकों का योगदान रहा। युवाओं को विद्यालय से ज्यादा से ज्यादा जोडऩे हेतु महिला स्वसहायता की सक्रिय महिला सफीना बानो भी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समूह की महिलाओं के साथ सक्रिय रहीं।