बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 सितम्बर। जिला मुख्यालय से महज 10 किमी दूर घाटपदमपुर से कुरकानाड़ जाने वाली सडक़ लगभग एक से डेढ़ किमी काफी जर्जर हो गई है। सडक़ पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। बरसात का सीजन होने के कारण इन गड्ढों में पानी भरने से दुर्घटना की आशंका भी बढ़ गई है। सडक़ की इस स्थिति से नागरिक खासे नाराज हैं। बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी सडक़ नहीं सुधर पाई है।
बस्तर जिले में सडक़ों की जाल बिछा कर विकास के दावे किए जा रहे हैं। गांव-गांव में आवागमन के लिए सडक़ें बनाई जा रहीं हैं। पर देखरेख के अभाव एवं गुणवत्ता में कमी के चलते ये सडक़ें समय से पहले ही जर्जर हो रहीं हैं और अब ये जनता के लिए परेशानी का सबब बनकर आए दिन दुर्घटना को आमंत्रित करते रहती हैं। मजबूरी में जनता उन बदहाल सडक़ों पर जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर है।
बारिश के मौसम आने से पहले विभाग के जिम्मेदारों ने खराब हुई सडक़ की मरम्मत के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। खराब सडक़ के कारण लोगों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले को लेकर कुछ राहगीरों ने नाम नहीं छापने की शर्त में ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि यह सडक़ खाफी समय से खराब है। इस सडक़ में प्रतिदिन दिन हजारों की संख्या में लोग शहर की ओर अपनी रोजी रोटी व अपने निजी कार्य के लिए के लिए आते जाते हैं। साथ ही शहर से सैकड़ों कर्मचारी इस सडक़ से ग्राम बस्तर व भानपुरी ड्यूटी के लिए महिला व पुरुष आते जाते है। यह सडक़ ग्राम बस्तर व भानपुरी कनेक्टिविटी जुड़ी हुई हैं। लेकिन इस मार्ग के खराब होने के कारण बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस सडक़ को जिम्मेदार हर बार रखरखाव के नाम पर खानापूर्ति करते है। उक्त सडक़ पर गड्ढे बढऩे, सडक़ पर दरार आने और कई स्थानों पर सडक़ के दबने से डामर की टेकरियां बनने के कारण तेज रफ्तार वाहन असंतुलित हो रहे हैं। सडक़ की हालत खराब होने के कारण आये दिन दुर्घटना भी होते रहती हैं।
इस विषय पे एसडीओ कमलेश कुमार का कहना है की रोड का सेंशन हो चुका है बरसात का मौसम होने के कारण काम चालू नहीं हो पाया है, बरसात के बाद रोड का काम शुरू होगा।