बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 25 सितम्बर। राज्य स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल में हिस्सा लेने के लिए जनपद पंचायत भाटापारा से गई टीम के वाहन को जिले के विभिन्न विकासखंडों के अधिकारियों की उपस्थिति में जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि से झंडी दिखलाए जाने पर बवाल मच गया। लोगों ने सवाल किया कि क्या पंचायत राज अधिनियम में अध्यक्ष को प्रतिनिधि रखने का प्रावधान हो गया है, अगर नहीं हुआ है तो उनसे किस हैसियत से वाहन को हरी झंडी दिखलाई गई।
ज्ञात हो कि खोखो 0 से 18 आयु वर्ग कोदवा की टीम, संकली 18 से 40 आयु वर्ग लेवई टीम, 0 से 18 आयु वर्ग के लिए लगंड़ी दौड़ टीम लमती व 18 से 40 आयु वर्ग में 70 - 80 कि. ग्राम में करहीबाजार के खिलाडिय़ों को विशेष वाहनों से जनपद पंचायत भाटापारा से रवाना किया गया।
इस यात्रा को जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधी परमेश्वर वर्मा ने हरी झंडा दिखा कर रायपुर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए रवाना किए जाने पर लोगों ने सवाल उठाए हैं। ज्ञात हो कि राज्य स्तरीय छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक प्रतियोगिता 25 से 27 सितंबर तक रायपुर के तीन विभिन्न स्टेडियमों में आयोजित होगी। वाहन को रवाना करने के अवसर पर जनपद सीईओ राजेन्द्र पांडे, सिमगा सीईओ दुबे, बलौबाबाजार सीईओ रविकुमार, पलारी सीईओ नायक, करारोपण अधिकारी संतोष शर्मा, हेमलाल वर्मा, विभिन्न पंचायतों से आए युवा मितान क्लब के अध्यक्ष, अन्य जनप्रतिनिधि व जनपद व अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
जनपद पंचायत सदस्य व भाजपा उपाध्यक्ष ग्रामीण मंडल भाटापारा चंद्र प्रकाश साहू ने इस मामले में कहा कि त्रिस्तरीय पंचायती राज अधिनियम में किसी भी निर्वाचित पदाधिकारी को प्रतिनिधि रखने का अधिकार नहीं दिया गया है। यह संविधान और अधिनियम की अवहेलना है।