राजनांदगांव
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कलेक्टर ने कहा- नए बजट में स्वीकृत होंगे कार्यालय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 सितंबर। मानपुर में सरकारी दफ्तर खोलने की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार की धमकी देते शनिवार को बंद के चलते पूरा इलाके में व्यापक असर रहा। मानपुर के बाशिंदों ने आरोप लगाया कि एक साजिश के तहत सभी कार्यालय मोहला में शिफ्ट किए जा रहे हैं।
नया जिला निर्माण के दौरान मानपुर में पुलिस अधीक्षक, पुलिस लाईन, सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल समेत अन्य महत्वपूर्ण विभाग का दफ्तर खोले जाने का प्रशासनिक स्तर पर दावा किया गया था। तकरीबन एक साल पहले अस्तित्व में आए जिले में अब तक सभी विभाग मोहला से ही संचालित हो रहे हैं। इस बात को लेकर मानपुर इलाके में विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासनिक स्तर पर मामले को निपटाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन मानपुर के निवासियों ने दफ्तरों को खोलने का लिखित तौर पर आश्वासन मांगा है।
सरकारी कार्यालय नहीं खोलने की सूरत में मानपुर ब्लॉक के राजनीतिक, गैर राजनीतिक और अन्य वर्ग के लोगों ने चुनाव बहिष्कार की धमकी दी है। इस संबंध में कलेक्टर एस. जयवर्धन ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि एसडीएम के माध्यम से सभी वर्ग के लोगों से चर्चा की जा रही है। आफिस खोलने का निर्णय अगले वित्तीय वर्ष में होगा। सरकार की ओर से कहीं भी कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ है। इधर मानपुर बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि यात्री बसें तय समय पर चली, लेकिन कारोबारियों का कामकाज बंद रहा। राजनीतिक स्तर पर भाजपा की ओर से बंद को लेकर काफी नारेबाजी की गई। बताया जा रहा है कि चुनाव बहिष्कार की धमकी देने से प्रशासन के भी कान खड़े हो गए हैं। ऐसे में लोगों से मान-मनौव्वल किया जा रहा है।
कलेक्टर के खिलाफ नारेबाजी
प्रदर्शनकारियों ने मोहला-मानपुर कलेक्टर के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए। नारेबाजी करते लोगों ने कलेक्टर पर दादागिरी का आरोप लगाया। वहीं परिवहन विभाग, जिला अस्पताल समेत अन्य प्रमुख विभागों की स्थापना मानपुर में करने की मांग की। मानपुर के मुख्य चौक पर हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मानपुर को एक तरह से प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार बनाया जा रहा है। एक साजिश के तहत मानपुर को मिलने वाली सुविधाओं से दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।