दन्तेवाड़ा

टेलीमेडिसिन से घर बैठे इलाज
11-Jul-2024 3:41 PM
टेलीमेडिसिन से घर बैठे इलाज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

 दंतेवाड़ा, 11 जुलाई। राज्य एवं जिला प्रशासन की पहल द्वारा टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों की इन दिक्कतों को आसान बनाया गया है। टेलीमेडिसिन के जरिये अब चिकित्सक चिकित्सालय में ही रहकर वर्चुअल माध्यम से मरीज से बातचीत कर उचित चिकित्सकीय परामर्श देने के अलावा और उनके रोगों के लक्षण के अनुरूप चिकित्सालय रेफर करने का निर्देश दे सकते है।

उल्लेखनीय कि दंतेवाड़ा जिले में जिला प्रशासन द्वारा इसी वर्ष मार्च से टेलीमेडिसिन सेवाओं की पहल की गयी है। टेलीमेडिसिन के जरिये जिला अस्पताल के चिकित्सक प्रतिदिन दो घंटे के लिए मरीजों हेतु उपलब्ध रहते है। इसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों का चार्ट भी बनाया गया है।  जहां उन्हें 40 से अधिक ग्रामीण प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से वीडियो कॉल मिलती है और वे लोगों को सीधे चिकित्सकीय परामर्श देते है। और मरीजों को रोगों की गंभीरता का पता चलने के साथ-साथ और उन्हें समय पर उचित इलाज कराने का विकल्प मिल जाता है। इस सुविधा के प्रारंभ होने से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को सीधे अस्पताल आने की जरूरत नहीं पड़ती है और वे समय रहते उपचार प्रारंभ करा सकते है। इसके साथ ही उन्हें अस्पताल आने जाने के खर्चे, दूरी, समय की बचत, जैसी सुविधाएं होने के साथ-साथ अस्पताल में भीड़ से हो रही असुविधा का भी सामना नहीं करना पड़ रहा है।

इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (आरएचओ) से सम्पर्क किया जाता है जहां जिला अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराये गये लिंक के माध्यम से जिला अस्पताल सम्पर्क साधा जाता है और उपलब्ध चिकित्सक मरीजों से मश्वरा करते है। तत्पश्चात चिकित्सकों के परामर्श अनुसार उप स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ एएनएम एवं सीएचओ द्वारा मरीजों को निशुल्क दवाई दी जाती हैं।

 टेली मेडिसिन सुविधा से लाभान्वित मरीज मांझी पदर निवासी रानू बाई एवं सावन ठाकुर बताती है कि पहले छोटे-छोटे बीमारी को लेकर जिला अस्पताल तक जाना पड़ता था। लेकिन अब राज्य एवं जिला प्रशासन के द्वारा संचालित टेलीमेडिसिन के माध्यम से कई बीमारियों के उपचार के संबंध में चिकित्सा परामर्श और दवाईयों के निर्देश गांव में ही रहकर ही प्राप्त हो रहे है।

उन्होंने आगे बताया कि उन भी घुटने, कमर, सीने में दर्द जैसी शारीरिक समस्या थी और इनका समाधान टेलीमेडिसिन के माध्यम से डॉक्टर से वीडियो कॉल पर बात करके हुआ है। जिसके लिए ना तो हमें जिला अस्पताल जाना पड़, ना ही दवाई लेने की कतार में खड़ा होना पड़ा। इस प्रकार टेली मेडिसिन की यह सुविधा हम ग्रामीणों के लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है।

इसके साथ ही विकासखंड कुआकोंडा के ग्राम पोटाली किकीरपारा निवासी मरीज मनीषा मंडावी (उम्र 23 वर्ष) अंदरूनी व्याधियों से ग्रस्त होने के कारण दंतेवाड़ा आने जाने में सक्षम नही थी। परन्तु टेली मेडिसिन से टेली कंसल्टेंट करके उनका चिकित्सकों द्वारा उपचार किया गया। इस प्रकार दंतेवाड़ा जिले में विगत तीन माह तक कुल 2 हजार 3 सौ 21 मरीज का उपचार टेली मेडिसिन द्वारा किया गया है। टेली मेडिसिन सेवाएं वास्तव में सुदूर अंचलों में रहने वाले आम ग्रामीणों के लिए एक राहत है।

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