धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 30 जुलाई। दक्षिण सिंगपुर क्षेत्र के गांवों के किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिसूचना सूची में 24 गांवों का नाम शामिल नहीं होने से आक्रोशित होकर कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने किसानों का नाम तत्काल जोडऩे की मांग की।
किसान संघर्ष समिति दक्षिण मगरलोड-सिंगपुर क्षेत्र के अध्यक्ष रामायण लाल ने बताया कि जिले में दक्षिण सिंगपुर क्षेत्र असिंचित क्षेत्र है। यहां नहर सिंचाई सुविधा का अभाव है। किसान सिर्फ बारिश के भरोसे ही खेती करते हैं। सिंचाई सुविधा के अभाव में अधिकांश किसान सिंगल फसल ही ले पाते हैं। ऐसे में क्षेत्र के किसानों को प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा सुविधा का लाभ दिया जाना चाहिए।
किसान मोहन सिंह, गोपीचंद, रामचरण, गोविंद राम व रामेश्वर ने बताया कि पीएम फसल बीमा योजना-2024 अधिसूचना में असिंचित गांव में पालवाड़ी, सिरकट्टा, मुरूमडीह, बोदलबाहरा का नाम नहीं है। सिंचित गांव केकराखोली, खड़मा-रैयत, बोईरगांव, मड़वा पथरा, सरई रूख, पिपरौद, सोनारिन दैहान, बासीखाई, घोटिया दादर, कासरवाही, आलेखुटा, गोबरापठार, पेंड्रा, राउतमुड़ा, धनोरा, सोनझरी, मुरूम डीह, सिरकट्टी, पालवाड़ी, बोदलबाहरा का नाम शामिल नहीं है। उन्होंने बताया कि पूर्व में इन गांवों के किसानों का फसल बीमा होता आया है, लेकिन इस बार सूची में नाम नहीं है।
जनदर्शन में मिले 99 आवेदन
शासन की मंशानुरूप आमजनों की समस्या, शिकायत और मांगों के त्वरित निराकरण के लिए कलेक्टोरेट में जनदर्शन का आयोजन हर सोमवार को किया जाता है।
जनदर्शन में अपर कलेक्टर जीआर मरकाम ने जिले के वनांचल एवं दूर-दराज क्षेत्रों से पहुंचे फरियादियों की समस्या, शिकायत और मांगों को गंभीरता से सुना और उन पर कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। आज आयोजित जनदर्शन में प्रमुख रूप से भूमि आबंटिन कराने, मनरेगा कार्य की मजदूरी दिलाने, आवास स्वीकृत करने, अवैध कब्जा हटाने, पेंशन योजना का लाभ दिलाने संबंधी कुल 99 आवेदन प्राप्त हुए।