रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 अगस्त। जिले में शहर से सटे जिंदल के अंडर ब्रिज में डूबकर एक ग्रामीण की मौत हो गई। गुरूवार की सुबह इस घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई और देखते ही देखते मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही कोतरा रोड पुलिस मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए मामले को जांच में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार रायगढ़-खरसिया मार्ग में स्थित सराईपाली गांव का रहने वाला लीलाधर रात्रे 56 साल बीती रात किसी कार्य के सिलसिले में कलमी गया हुआ था। बताया जा रहा है कि रायगढ़ में दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से सराईपाली और कलमी के बीच में स्थित जिंदल का अंडर ग्राउंड पुल में भी पानी भरा हुआ था। कलमी से वापस अपने घर लौटते समय लीलाधर को यहां भरे पानी का एहसास नहीं हो पाया और डूबने से उसकी मौत हो गई।
गुरूवार की सुबह जब अंडर ब्रिज का पानी कम हुआ तब कलमी गांव के लोगों ने लीलाधर की लाश को देखा। जिसके बाद गांव के ग्रामीणों ने इस घटना की जानकारी कोतरा रोड थाने में दी। अंडर ब्रिज में ग्रामीण की लाश मिलने की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है। इस संबंध में वार्ड नं. 43 के पार्षद प्रतिनिधि विनोद कुमार पटेल ने बताया कि गुरूवार की सुबह घटना की जानकारी मिलते ही वे मौके पर पहुंचे हैं।
बरसात के दिनों में अंडर ब्रिज में पानी भर जाने से क्षेत्र के ग्रामीण आक्रोशित थे। आक्रोशित ग्रामीणों की मांग थी कि अंडर ब्रिज में पानी न भरे इसके लिये कोई व्यवस्था की जाए। जिसके बाद जिंदल के अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिये जाने के बाद गांव के ग्रामीण शांत हुए।
बरसात के दिनों में बढ़ जाती है परेशानी
कलमी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि जिंदल का अंडर ब्रिज हर साल बारिश के दिनों में भर जाता है जिससे इस क्षेत्र के आधे दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अंडर ब्रिज के पानी को पंप के जरिये खाली किया जाता है जिसके बाद ही कलमी कोसमपाली, डीपापारा, सराईपाली, गेजामुड़ा, पतरापाली, भगवानपुर, गोरखा गांव के ग्रामीण इस मार्ग से आवाजाही करते हैं। अंडर ब्रिज में पानी भरे रहने के कारण क्षेत्र के ग्रामीणों को कई किमी दूर से दूसरे मार्ग का सहारा लेना पड़ता है।