रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 3 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी रायगढ़ के अध्यक्ष अनिल शुक्ला के नेतृत्व में शुक्रवार को कांग्रेसजनों ने स्टेशन चौक में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर का पुतला फूंकते हुए अपना विरोध जताया।
दरअसल, सदन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व संसद में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ओर इशारा कर सदन में की गई जातीय टिप्पणी पर रोष जताते हुए उन पर कार्रवाई की मांग कर हल्ला बोला गया। विरोध स्वरूप अनुराग ठाकुर मुर्दाबाद के गगन भेदी नारों के बीच पुलिस बल की उपस्थिति में पुतला दहन किया गया।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि पिछले दिनों बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में दिए भाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जातिगत जनगणना के मुद्दे को लेकर उन पर जातीय टिप्पणी की गई। जिस अमर्यादित ढंग से ये भाषण दिया गया, वह लोकसभा की गरिमा के अनुरूप कतई नहीं था। इसे लेकर सदन में काफी ज्यादा हंगामा मच गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल ने अनुराग के जाति पूछने को अपना अपमान बताया और कहा कि यह उन्हें जातिगत जनगणना की अपनी मांग पर अड़े रहने से नहीं डिगा पाएगा।
अनिल शुक्ला ने आगे कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद में राहुल गांधी के लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया वो शब्द आज हर भारतीय के कानों में गूंज रहे हैं। लेकिन, भाजपा का असली चेहरा सामने आ ही गया। उनका कहना है, यह मानसिकता भाजपा की हो सकती है कि वह एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करे जो एक शहीद परिवार का बेटा है। राहुल गांधी के पिता का नाम शहीद और उनकी जाति का नाम शहादत है। यह बात भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समझ नहीं आ सकती। अनिल शुक्ला ने कांग्रेस पार्टी के इरादे को लेकर दृढता से कहा भाजपा चाहे जितना गाली दे, जाति जनगणना होकर रहेगी, न्याय होकर रहेगा।
शुक्ला ने कहा कि राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को सदन में बेरोजगारी, महंगाई, अग्निवीर, किसानों, जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों पर चारों ओर से घेर लिया था इसीलिए ही अनुराग ठाकुर जैसे लोगों को मर्यादा भंग करने के लिए व अनर्गल जातीय व ओछी टिप्पणी करने मोहरा बनाकर सामने लाया जा रहा है। वे सभी लोग जो राहुल गांधी की जाति जानना चाहते हैं वह उत्तर दें? किसके पर-दादा इस देश की आजादी के जंग के दौरान साढ़े नौ साल जेलों में रहे? किसके दादा ने इस देश पर अपनी उम्र खपा दी? किसकी दादी और पिता ने इस देश के लिए शहादत दी? किसकी मां लांछन सुनकर भी इस देश के लिए समर्पित हैं? और खुद राहुल गांधी? उनके सामने खड़े रहने की न तो किसी की भी नैतिक हैसियत है और ना ही इतना बड़ा कद है।