बलौदा बाजार
आम आदमी भी दे सकते हैं हिंसा से जुड़े साक्ष्य
बलौदाबाजार, 5 अगस्त। बलौदाबाजार हिंसा मामले में जांच के लिए गठित एकल सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग घटना के कारणों की जानकारी के लिए तेजी से कार्य करने में जुड़ गया है। जांच निष्पक्ष हो और जानकारी देने वाले अपनी बातों से पलट नहीं जाए, इसलिए आयोग शपथ पत्र के साथ जानकारी लेगा। कोई भी व्यक्ति आयोग को स्वयं या पंजीकृत डाक के माध्यम से जानकारी भेज सकता है। जानकारी देने के लिए शपथ पत्र का प्रारूप भी आयोग ने जारी कर दिया है।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सीबी बाजपेयी की अध्यक्षता में जांच आयोग का गठन किया है। आयोग का मुख्यालय बलौदाबाजार जिला होगा। आयोग की प्रक्रिया को लेकर राजपत्र में पूरी जानकारी विस्तार से जारी कर दी गई है।
इसकी खास बात यह है कि आयोग की कार्यवाही आम जनता के लिए खुली रहेगी। विशेष परिस्थितियों में आयोग चाहे तो कैमरा प्रोसेसिंग भी कर सकता है।
ज्ञात हो कि बलौदाबाजार जिले की हिंसा धार्मिक स्थल में तोडफ़ोड़ के बाद भडक़ी थी। भीड़ ने जिला कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में पथराव किया और उसे आग के हवाले कर दिया। इसके बाद इसे लेकर जमकर सियासत भी हुई थी। सरकार के मंत्रियों ने घटना के लिए सीधे तौर पर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था, वहीं कांग्रेस का आरोप था कि यह घटना सरकार के सूचना तंत्र के फेल होने पर हुई है।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
जिला बलौदाबाजार अंतर्गत ग्राम माहकोनी अमरगुफा में स्थित जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने संबंधित घटना जैसे घटित हुई।
वह कौन सी परिस्थितियों थी अथवा कौन से कारण थे जिसके फल स्वरुप घटना घटित हुई।
उक्त घटना के लिए कौन कौन व्यक्ति जिम्मेदार हैं।
घटना के पूर्व घटना के दौरान एवं घटना के उपरांत ऐसे अन्य मुद्दे जो घटना से संबंधित हो।
भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनर्विवृत्ति ना हो इसकी सुरक्षा एवं प्रशासनी की कदम उठाए जाने के संबंध में सुझाव एवं उपाय।
अन्य ऐसे महत्वपूर्ण बिंदु जो जांच आयोग शासन के संज्ञान में लाना चाहे।