दुर्ग
ग्रामीणों को कर रहे जागरूक, गीला व सूखा कचरा प्रबंधन पर जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 अगस्त। ग्राम पंचायत जेवरा जनपद पंचायत दुर्ग को ओडीएफ प्लस मॉडल श्रेणी प्राप्त करने के बाद स्थायित्व बनाए रखने कवायद किया जा रहा है। इसके लिए जेवरा सरपंच प्रशांत गौतम ग्राम में गीला एवं सूखा कचरा के सुरक्षित प्रबंधन के लिए प्रचार-प्रसार रैली का आयोजन किया।
इस दौरान माइक से गीत एवं एलाउन्समेंट के माध्यम से घर-घर कचरा एकत्र करने वाले रिक्शा को स्वयं चलाकर ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं। जेवरा सहित जिले ग्रामों में भी गीला व सूखा कचरा प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है।
तकनीकी सहायक तुकेश ने भी ग्रामीणों को गीला व सूखा कचरा स्वसहायता समूह की महिलाओं को देने के लिए प्रेरित किया गया। गांव में ओम नम: शिवाय स्वसहायता समूह की चार स्वच्छाग्राही महिला द्वारा प्रतिदिन घर-घर जाकर कचरा एकत्रिकरण किया जा रहा है। ग्राम सरपंच द्वारा जानकारी दी गई की प्रति महिला को 5000 रुपये मासिक मानदेय की दर से कुल 20000 रुपये दिया जा रहा है। ग्राम में गीत एवं माइक के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने वाले जिला दुर्ग का यह प्रथम गांव जिनके द्वारा गांव में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को सुचारू रूप से चलाने के लिए अभियान के रूप में लक्ष्य लिया गया है। इसके लिए ग्राम मेें आडियो विजुअल के माध्यम से निरंतर प्रसार-प्रसार किया जाएगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग द्वारा जानकारी दी गई की कलेक्टर दुर्ग के मार्गदर्शन में लगातार सभी ग्राम पंचायतों में निरंतर इस प्रकार की जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें ओडीएफ मॉडल के स्थायित्व को बनाए रखने के लिए निरंतर ग्रामीणों को जानकारी देकर व्यवहार परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाएगा। प्रचार-प्रसार के इस अभियान मेें गाम पंचायत जेवरा के पंच किरण, भागीरथी सपहा, मिनेश, उमेश्वरी, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत ग्रामीण गिरीश माथुरे, संकुल समन्वयक डामिन साहू, श्वेता, दुरपति, कुमारा मटियारा, मोंगरा यादव, पद्मा ढीमर, ताम्रध्वज पटेल, तुकेश्वर देशमुख, दुर्गेश साहू, शंकर साहू, लुदुराम साहू, वन्दना यादव, रजंनी साहू सहित ग्रामीण शामिल रहे।