राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 अगस्त। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने दिग्विजय स्टेडियम में 35 करोड़ की सौगात धरातल पर लागू हो इसके पूर्व स्टेडियम के लिए आवंटित कुल भूमि 25 एकड़ का सीमांकन कराने विधानसभा अध्यक्ष एवं राजनांदगांव के विधायक डॉ. रमन सिंह एवं जिला प्रशासन को पत्र प्रेषित कर मांग की गई है।
प्रदेश प्रवक्ता रूपेश दुबे ने कहा कि 10 अगस्त 2016 को जब जनसहयोग से निर्मित स्टेडियम के नवनिर्माण हेतु 20 करोड़ रुपए की कार्ययोजना को सार्वजनिक किया गया था, तब आधुनिक तकनीक से निर्माण करने की बात कहते साईं के बॉस्केटबॉल कोर्ट व क्रिकेट पेवेलियन को तोडफ़ोड़ से दूर रखने का दंभ भी भर गया था, लेकिन जैसे ही रायपुर के निर्माण एजेंसी ने कार्य प्रारंभ किया तो 2 साल पहले ही बने करोड़ों के बास्केटबॉल के अंतरराष्ट्रीय इंडोर कोर्ट को तोडऩे की बात निर्माण एजेंसी के आर्किटेक्चर ने आवश्यक बताया। जिससे यह उजागर हो गया था कि 20 करोड़ की राशि से विश्व का पहला बिना पार्किंग का बनने वाले स्टेडियम पर भी आदूरदर्शिता का ग्रहण लग चुका है। 25 एकड़ की भूमि स्टेडियम समिति को आवंटित होने के बाद एक सुनियोजित साजिश के चलते मात्र 17 एकड़ पर निर्माण कराकर एक का बड़ा खेल खेल दिया। जिसके चलते आज तक शहर के खेल प्रेमियों को भी बहुउद्देशीय स्टेडियम के सुख से वंचित होना पड़ रहा है । अब फिर से 35 करोड़ रुपए की सौगात की बात देकर वाहवाही लूटने का कार्य प्रारंभ हो गया है। ऐसी दशा में सर्वप्रथम स्टेडियम की भूमि का राजस्व अभिलेख अनुसार तत्काल सीमांकन कराकर कुल भूमि को चिन्हांकित कर लिया जाए, यदि कहीं अतिक्रमित है तो उसे तत्काल अतिक्रमण मुक्त करने हेतु डॉ. रमन सिंह एवं कलेक्टर राजनांदगांव को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही साथ 35 करोड़ की सौगात की कार्ययोजना 20 करोड़ की कार्य योजना के समान अपने उद्देश्य से न भटके और बहुउद्देशीय दिग्विजय स्टेडियम सभी खेल गतिविधियों के लिए हमेशा उपयोगी रहे।