रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अगस्त। छत्तीसगढ़ राज्य को कलंकित करने वाला पीएससी परीक्षा और नीट परीक्षा में जो खेला हुआ है, उससे छत्तीसगढ़ की जनता शर्मिंदा है। केंद्र सरकार की अनुमति के बाद लोक सेवा आयोग के डिप्टी कलेक्टर व अन्य पदों पर सरल क्रमांक 1 से 171 तक के अभ्यर्थी अधिकारियों,राजनेताओं के रिश्तेदार पाए गए हैं। सीबीआई इसकी विस्तृत जांच कर रही है। किंतु सीबीआई पीएससी के ऐसे ही संस्कृति विभाग में किये गए भर्ती में लेनदेन की जांच नहीं कर रही है।
कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार मुक्त सरकार व 100 दिन की गारंटी के तहत संस्कृति विभाग में जो पीएससी पद पर नियुक्ति की गई है, उसके संपूर्ण प्रक्रिया की सीबीआई जांच होनी चाहिए। श्री झा ने बताया है कि संस्कृति विभाग के पीडि़त लोग ई ओ डब्लू में शिकायत किए हैं, किंतु वे सीबीआई जांच की बात कर रहे हैं? कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ राज्य के पी एस सी को भंग कर नए सिरे से इसका गठन किया जाना चाहिए तथा 2 साल के अंदर पीएससी में किए गए भर्ती की संपूर्ण प्रक्रिया की जांच सीबीआई द्वारा किए जाने की मांग केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं प्रदेश में सुशासन की बात करने वाले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से की गई है।