राजनांदगांव
पिता से प्रेरणा लेकर पति सुरेश संग डॉ. नीता करेंगी नेत्रदान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 सितंबर। राजनांदगांव शहर के महेश नगर के रहने वाले नायर दंपत्ति ने अपने वैवाहिक जीवन के 31वीं वर्षगांठ और शिक्षक दिवस के खास मौके पर अंगदान की घोषणा की है। नायर दंपत्ति के इस फैसले की चौतरफा सराहना हो रही है। यह जोड़ा शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। पति सुरेश नायर गायत्री विद्यापीठ के पूर्व प्रशासक हैं। वहीं उनकी पत्नी डॉ. नीता नायर स्थानीय कमला महिला महाविद्यालय में क्रीड़ा अधिकारी के पद पर कार्यरत है।
डॉ. नीता नायर ने पति के साथ मरणोपरांत शरीर के सभी उपयोगी अंगों का दान करने का संकल्प लिया है। दरअसल डॉ. नीता नायर के पिता ने 7 जुलाई 2008 को देहदान किया था। रायपुर के मेकाहारा मेडिकल कॉलेज में उन्होंने अपने शरीर को दान कर दिया था। पिता से मिले प्रोत्साहन के बाद पति सुरेश नायर के साथ डॉ. नीता नायर ने साल 2008 में मरणोंपरांत अंग दान करने का इरादा जताया था। वैवाहिक जीवन के 31वीं वर्षगांठ के अवसर पर विधिवत रूप से नायर दंपत्ति ने अंगदान करने की घोषणा की। संयोगवश विवाह के वर्षगांठ के अवसर पर शिक्षक दिवस जैसा एक खास दिवस रहा। नायर दंपत्ति स्थानीय महेश नगर में सालों से निवासरत है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से पति सुरेश ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखना एक तपस्या है। मरणोपरांत स्वस्थ अंग किसी को जीवन प्रदान कर सकते हैं, इसलिए अंगदान करने का इरादा बनाया।
श्री नायर ने कहा कि सरकार की ओर से कई बार अंग और देहदान के लिए अपील की जाती है, लेकिन उसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने आम लोगों से शरीर को स्वस्थ रखने की अपील की। अंगदान करने वाले सुरेश नायर की उम्र 59 वर्ष है। वहीं उनकी पत्नी की उम्र 58 वर्ष है। शरीर को तंदुरूस्त रखने के लिए यह जोड़ा रोजाना सडक़ों में पैदल भी चलते हैं। साथ ही खानपान में काफी संयम भी रखते हैं। नायर दंपत्ति का यह फैसला सामाजिक संदेश से भरा हुआ है। अंगदान को लेकर इस दंपत्ति ने अभियान का आगाज किया।