दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 13 सितंबर। जिला प्रशासन के निर्देशन में ग्राम पंचायतों के आंगनवाडिय़ों और स्कूलों में हैंड वाश पर कार्यक्रम आयोजित किये गये।
राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत आईएसए जिला समन्वयक द्वारा स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति महिलाओं व बच्चों को जागरूक किया गया। इसी क्रम में स्कूलों सहित आंगनबाडिय़ों में बच्चों व महिलाओं को हाथ साफ करने के तरीके बताने सहित हाथ धोने का प्रदर्शन भी किया। इस दौरान मैलावाड़ा ग्राम पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता ने बताया कि पोषण माह अभियान में आज हैंडवाश-डे के तहत गृह भ्रमण करने , बच्चों, महिलाओं सहित परिवार के प्रत्येक सदस्य को साबुन से हाथ धोने के तरीके बताए व प्रदर्शित किए गए। इसी प्रकार ग्राम पंचायत कुआकोंडा के पीएमश्री पोटा केबिन के छात्रों को बताया गया कि साबुन से बार-बार हाथ धोना महामारियों से बचाव के तीन मुख्य उपायों में से एक है।
बच्चों व बड़ों को हाथ धोने के लिए ‘ ‘सुमन-के विधि’’ का प्रयोग बताते हुए एस- सीधा, यू- उल्टा, एम- मु_ी, ए- अंगूठा एन- नाखून और के- कलाई के बारे में समझाया गया। इसके बाद उन्हें सबसे पहले कलाई, फिर हाथ की उल्टी तरफ, फिर मु_ी, उसके बाद अंगूठा, फिर नाखून और अंत में फिर कलाई को साफ करना सिखाया गया।
सुपरवाइजर अंजू सिंह ने कहा कि ‘ ‘सुमन विधि’’ से हाथ धोने के बाद उसे हवा में ही सुखाया जाए न कि कपड़े से पोछकर। साथ ही घरों व आसपास सफाई रखने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। वहीं, एक अन्य सुपर वायजर एमिमा दास का कहना था कि परिवारों को हाथ धोने के महत्व के अलावा बताया गया कि बार-बार हाथों को 40 सेकंड तक साबुन और पानी से धोना है।
साथ ही खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, बच्चों को खाना खिलाने से पहले, शौच के बाद हाथों को जरूर धोना चाहिए। हाथों की गंदगी शरीर में जाने से डायरिया होने और इससे कुपोषण का भी खतरा हो जाता है। साथ ही महामारियों से बचाव के लिए मास्क जरूर लगाए।
उक्त कार्यक्रम में ग्राम पंचायत नकुलनार, श्यामगिरी, खूंटे पाल, मैलावडा, कुआकोंडा इत्यादि ग्रामों के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका , शिक्षक, ग्रामीणजन और बच्चों सहित सरपंच और संकुल समन्वयक के अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जल जीवन मिशन से आईएसए जिला समन्वयक, जिला समन्वयक, और यूनिसेफ से वॉश कोऑर्डिनेटर प्रमुख रूप से मौजूद थे।