सरगुजा
प्रतिनिधि मंडल पहुंचा हर्राढोढ़ी, परिजनों को बंधाया ढांढस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,26 सितंबर। सरगुजा के मैनपाट में टीकाकरण के बाद तीन महीने की नवजात बच्ची की मौत के बाद हंगामा मच गया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर जिला पंचायत सदस्य सुनील बखला, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मैनपाट बलराम यादव एवं राम नारायण पटेल ने ग्राम पंचायत परपटीया के हर्राढोढ़ी पहुंच कर टीकाकरण से बच्चें की मौत मामले में परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया तथा मामले की पूरी जानकारी ली।
मामले को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। टीकाकरण के दौरान जो भी दवा इस्तेमाल की गई है, उसे तत्काल रोक लेना चाहिए। फिलहाल इसकी जांच कर कर ही सैंपल का उपयोग करना चाहिए। बिलासपुर के बाद इस प्रकार की घटना सरगुजा में देखने मिल रही है। इसे गंभीरता से लेना चाहिए। ऐसा क्यों हो रहा है इसके बारे में विभाग को गंभीर होना चाहिए।
ज्ञात हो कि मैनपाट के परपटिया गांव में राम मझवार एवं फूलमती की तीन माह की बच्ची को ढोढ़ीटिकरा के आंगनबाड़ी केंद्र में मंगलवार को टीका लगाया गया, उसके बाद बुधवार सुबह साढ़े तीन बजे बच्ची की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
बच्ची के परिजनों ने मौत की जानकारी आंगनबाड़ी केंद्र में दी और उसके बाद यह सूचना सरगुजा के सीएमएचओ को दी गई है। टीकाकरण से बच्चे की मौत के बाद हेल्थ विभाग की टीम हरकत में आई।
सरगुजा के सीएमएचओ डॉ. प्रेम सिंह मार्को के निर्देश पर बच्ची के शव को कमलेश्वरपुर हेल्थ सेंटर लाया गया. यहां बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद बच्चे का विसरा और ब्लड सैंपल प्रिजर्व किया गया है. जिसे जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा।
पूरे मामले को लेकर सीएमएचओ, सरगुजा . प्रेम सिंह मार्को का यह बयान सामने आया था कि पोस्टमार्टम के दौरान बच्चे के नाक एवं सांस की नली में दूध फंसा मिला है। ऐसी आशंका है कि बच्ची के रोने पर रात को उसकी मां ने दूध पिलाया। इस उम्र के बच्चों को दूध पीने के बाद उल्टी हो जाती है। आशंका है कि दूध सांस की नली में फंसने से उसकी मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराकर बिसरा प्रिजर्व किया गया है।
बिसरा जांच में मौत के कारण और स्पष्ट हो जाएंगे।