महासमुन्द
हिंदू संगठनों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 सितंबर। सर्व हिंदू समाज एवं विश्व हिंदू परिषद महासमुंद ने कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी को विभिन्न विषयों पर ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने बताया कि नवरात्रि पर्व 3 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है। नवरात्रि में प्रतिवर्ष नगर में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिससे न केवल हमारी संस्कृति को क्षति पहुंचती है, बल्कि हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं भी आहत होती हैं।
धार्मिक कार्यक्रम के नाम पर फिल्मी गीतों की धुन पर अश्लील नृत्य किये जाते हैं, ऐसे कार्यक्रमों को प्रतिबंधित करने के लिए हिन्दू संगठनों की ओर से प्रति-वर्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत ने किये जाते रहे हैं, परन्तु जिला प्रशासन ने उनकी आपत्तियों को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया।
अत: समस्त हिन्दू संगठनों की ओर से पुन: यह मांग की जा रही है कि नवरात्रि के दौरान होने वाले समस्त कार्यक्रम धार्मिक भजनों तथा प्रार्थनाओं पर आधारित होने चाहिये। गैर हिन्दुओं का गरबा-नृत्य अथवा अन्य धार्मिक अथवा आस्था-मूलक कार्यक्रमों में प्रवेश निषिद्ध होना चाहिये। नवरात्रि में शासकीय भवनों अथवा प्रागंणों पर किसी तरह के कार्यक्रमों की अनुमति प्रदान न की जाय। गरबा के व्यवसायीकरण पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगना चाहिए। कार्यक्रम के लिए रात्रि 10 बजे तक की सीमा निर्धारित की जाय तथा ध्वनि प्रदूषण प्रावधानों का ध्यान रखा जाय। नगर के समस्त होटलों की सतत् निगरानी की जाय तथा महिलाओं की सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया जाय। नवरात्रि में होने वाले आयोजनों के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित करने के साथ-साथ किसी तरह की अप्रिय स्थित उत्पन्न होने अथवा इस आवेदन पत्र में तथ्यों की उपेक्षा होने पर जवाबदेही अधिकारी के विरूद्ध तत्काल दण्डात्मक कार्रवाई किया जाना निवेदित है। अन्यथा समस्त हिन्दू संगठन जिम्मेदार अधिकारी के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने बाध्य होंगे।