बलरामपुर
मांगों को लेकर लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक हड़ताल जारी रहेगा- संघ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 4 जनवरी। पंचायत सचिव और ग्राम रोजगार सहायकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर अब पंचायत के कामों पर देखने को मिल रहा है। मनरेगा, गोबर खरीदी, पेंशन भुगतान सहित शासन के कई योजनाओं का काम हड़ताल की वजह से प्रभावित हो गए हैं। रोजगार सहायकों का दावा है कि गोबर खरीदी बंद हो गई है और मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों की संख्या बताई जा रही है, वह गलत है।
ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम रोजगार सहायक अपनी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। पंचायत सचिवों की हड़ताल 26 दिसंबर और ग्राम रोजगार सहायकों की हड़ताल 30 दिसंबर से चल रही है। वर्तमान में दोनों संघ अपनी अपनी मांगों को लेकर संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी रामचंद्रपुर ब्लॉक मुख्यालय रामानुजनगंज के सामने पंडाल लगाकर धरना पर बैठे हुए हैं।
ग्राम रोजगार सहायक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष श्रीमती जायसवाल ने बताया कि रोजगार सेवकों की हड़ताल का असर पंचायतों के कामों पर देखने को मिल रहा है। गांव में मनरेगा गोबर खरीदी सहित अन्य काम ठप हो गए हैं, वहीं पंचायत सचिव की हड़ताल का असर भी सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं पर पडऩे लगा है। इधर धरना पर बैठे पंचायत सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष दिनेश ठाकुर ने कहा कि सचिवों की हड़ताल से नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना सहित अन्य निर्माण कार्य ठप हो गए हैं। पंचायत सचिव शासकीयकरण की मांग कर रहे हैं।
पंचायत सचिव का कहना है कि जब हम शासन लिखित रूप में कोई प्रतिवेदन नहीं देता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं ग्राम रोजगार सहायक ग्रेड पे नियमितीकरण सहित 3 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना पर बैठे हैं।