बलौदा बाजार
महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर मेवा चोपड़ा बंदी
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 जनवरी। बलौदाबाजार जिला समेत आसपास के अन्य जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग में नौकरी एवं टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के आरोप में महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर मेवा चोपड़ा को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि गिरफ्तारी के डर से भाग कर रायपुर, जगदलपुर, चंडीगढ़, दिल्ली आदि शहरों में आरोपी मेवा चोपड़ा छुपकर रह रही थी।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2017 -18 से लोगों को नौकरी एवं टेंडर दिलाने के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी के मामले में थाना सिटी कोतवाली जिला बलौदा बाजार में धारा 420, 34 कायम कर विवेचना में लिया गया है। प्रकरण से संबंधित आरोपियों की पूर्व में गिरफ्तारी की गई है, लेकिन मुख्य आरोपी मेवा चोपड़ा की लगातार तलाश की जा रही थी। गिरफ्तारी सुनिश्चित करने टीम रायपुर एवं जगदलपुर भेजी गई थी। चार जनवरी को कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि मुख्य आरोपी मेवा चोपड़ा अपने बलौदाबाजार के घर कुछ कागजात निकालने आने वाली है कि सूचना पर सादी वर्दी में महिला बल के साथ उसके घर के आसपास पुलिस स्टाफ लगाया गया । मेवा चोपड़ा के आते ही पकड़ कर थाने लाकर महिला स्टाफ के सामने पूछताछ की गई।
मोवा चोपड़ा ने बयान में बताया कि वर्ष 2017 से अशोक पाण्डेय उर्फ महेंद्र तिवारी से जान पहचान हुई। अशोक पाण्डेय अपने आपको मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद में होना तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का भी कामकाज देखना एवं संबंधित सचिव से अच्छा सम्बन्ध होना बताया। साथ ही आपका तबादला निरस्त कर बलौदा बाजार में ही रहने देना बोला। शंका होने पर उसने मंत्रालय एवं विभाग के बारे में पूरी जानकारी दी। कुछ सचिवों के नाम और कुछ नियुक्तियों की जानकारी दी और खुद का उम्र अधिक होना तथा खुद को आईएएस अफसर होना बताया। जब भी बात करता बेटा कहकर संबोधित करता था तथा उसे विभाग के बारे में पूरी जानकारी थी। उसी ने बताया कि सभी जिलों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जानी है जो जल्दबाजी में की जा रही है। अब ज्यादा दिन की नौकरी भी नहीं बची है, इसलिए जिनको पर्यवेक्षक के पद में भर्ती होना है, उनसे बात करके सेटिंग कर लो, कहकर अपना मोबाइल नंबर एवं कुछ ईमेल आईडी वगैरह भी प्रदान किए। उसी के झांसे में आकर लोगों से संपर्क किया इस तरह जो लोगों से पैसे लिए उसे उसके द्वारा बताए गए विभिन्न लोगों के अकाउंट पर ट्रांसफर करती गई तथा कुछ लोगों से नगद तथा अपने एचडीएफसी बैंक के खाते के माध्यम से भी पैसे लेकर अशोक पांडे उर्फ महेंद्र तिवारी के दिए हुए खाते नंबरों पर ट्रांसफर करते गई। इस तरह अशोक पांडे उर्फ महेंद्र तिवारी द्वारा अन्य विभागों में भी ठेका एवं टेंडर आदि दिलाने बाबत भी बताने पर लोगों से पैसे लेकर अशोक पांडे उर्फ महेंद्र तिवारी को ट्रांसफर करना बताया।
यह भी बताया कि बलौदा बाजार के कुछ अन्य व्यक्ति भी उसके संपर्क में रहे हैं, लेकिन सिर्फ फोन के माध्यम से बात होती रही। न तो वह कभी बलौदा आया है और ना ही किसी से मिला है उससे कुछ कहने पर कहता था कि मैं आईएएस ऑफिसर हूं, आप लोगों से मैं ऐसे नहीं मिला करता। इस तरह झांसे में आकर मैं उसकी बात मानती रही। अपराध दर्ज होने के अंदेशा होने पर बलौदा बाजार से भाग कर रायपुर जगदलपुर, चंडीगढ़, दिल्ली आदि शहरों में रहना बताया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे हैं। जिससे मुख्य आरोपी अशोक पांडे उर्फ महेंद्र तिवारी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी तथा मुख्य आरोपी द्वारा धोखाधड़ी से प्राप्त रकम से बनाई गई संपत्तियों, मकान, वाहन एवं अन्य अचल संपत्तियो की जानकारी ली जा रही है जिसे जल्द ही कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।
मेवा चोपड़ा के मेमोरेंडम कथन के आधार पर उसका एचडीएफसी बैंक का खाता को जब्त किया गया है तथा अपराध सबूत पाकर गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर पुलिस रिमांड चाही गई थी, लेकिन न्यायालय द्वारा न्यायिक रिमांड पर महिला सेंट्रल जेल रायपुर भेजा गया है। संपूर्ण कार्रवाई वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर निरीक्षक विजय चौधरी एवं कोतवाली स्टाफ द्वारा की गई।