बस्तर
जगदलपुर, 9 जनवरी। अविभाजित बस्तर में विभाजन के बाद, सात जिले बन गए हैं किन्तु बस्तर ऑफ चेंबर कॉमर्स अभी तक एक ही है। अत: सात जिलों के अपने-अपने चेंबर ऑफ कॉमर्स होने चाहिए उक्त बातें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व बस्तर चेम्बर आफ कामर्स के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रम शर्मा ने कही।
श्री शर्मा ने आगे कहा कि हर जिले के हिसाब से जगदलपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, दंतेवाड़ा चेंबर ऑफ कॉमर्स, कोंडागांव चेंबर ऑफ कॉमर्स, बीजापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स,सुकमा चेंबर ऑफ कॉमर्स व नारायणपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स का गठन स्थानीय व्यवसाइयों द्वारा किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांकेर चेंबर ऑफ कॉमर्स पहले से ही अस्तित्व में है। पूर्व उपाध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी व्यापारी अपने-अपने जिलों में व्यापारिक दृष्टिकोण से चेंबर का निर्माण कर, अपने जिला शासन प्रशासन,एवं पुलिस से सहयोग लेवें व सहयोग दें तथा व्यापारिक गतविधियों को स्थानीय स्तर पर भी संचालित करें। अपना जिला अपनी व्यापारिक संस्था होनी चाहिए जिससे काफी हद तक व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं का समाधान लोकल स्तर पर हो सके।