दुर्ग
दुर्ग, 10 जनवरी। छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ की बैठक 9 जनवरी को गोंडवाना धर्मशाला जेल रोड में हुई। प्रदेश भर के कर्मचारी नेता और सदस्य शामिल हुए। बैठक में लिपिकों की मांगों पर व्यापक चर्चा की गई और आगामी दिनों में इस पर प्रयास तेज करने का फैसला लिया गया।
बैठक में बताया गया कि लिपिकों की वेतन विसंगति की पीड़ा कई वर्षों से कायम है। बैठक में बताया गया कि लिपिक संगठन के पूर्व पदाधिकारियों निष्क्रियता के नेतृत्व के चलते तथा 26 दिनों का अनिश्चितकालीन आंदोलन करने के बाद भी सरकार की उपेक्षा के चलते उनकी मांगों पर गौर नहीं किया। फरवरी 2019 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बिलासपुर में आयोजित लिपिक महाधिवेशन में शामिल हुए और लिपिक वेतनमान सुधार की घोषणा की। वर्तमान में कोविड-19 की परिस्थितियों के कारण अपेक्षित कार्यवाही में विलंब हुआ है। आज आवश्यकता है कि प्रदेश के लिपिक मजबूत, सक्रिय एवं जुझारू संगठन से जुडक़र संघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित तिवारी के नेतृत्व में प्रदेश के सभी जिलों के लिपिक इसमें सदस्यता लें और संगठन को मजबूत करें।
बैठक में आर.आर. यादव, टिकेंद्र वर्मा, दीपक कुमार देवांगन, शेखर सिंह राजपूत, हेमंत कुमार शर्मा, सुरेंद्र साहू, गजराज, भूपेन्द्र चंद्राकर, संतोष चौहान, एकराम साहू, दुर्योधन राव, शांता सहारे सहित अन्य लोग शामिल हुए।