गरियाबंद
वन विभाग ने जंगल सफारी सुरक्षित पहुंचाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 10 जनवरी। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के तौरेंगा वन परिक्षेत्र ग्राम छिन्दभर्री के एक ग्रामीण ने भालू के 2 शावकों को कुत्तों के झुंड से बचाया। वन विभाग द्वारा दोनों शावकों को जंगल सफारी सुरक्षित पहुंचाया गया।
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र तौरेंगा अंतर्गत ग्राम छिन्दभर्री जंगल में पांच दिन पूर्व ग्रामीण जगतराम गोंड गांव के पास ही जंगल में सूखी लकड़ी एकत्र करने गया हुआ था कि उन्हें कुत्तों की भौंकने की आवाज आई। जगतराम जब नजदीक जाकर देखा तो जंगली भालू के दो शावक को आवारों कुत्तों की झुण्ड के द्वारा दौड़ाया जा रहा था, तब ग्रामीण ने अपने जान को जोखिम में डालकर कुत्तों को वंहां से भगाया और भालू के दो शावक को सुरक्षित रखने के लिए उसे अपने खेत में बने झोपड़ी में लाकर रखा। साथ ही इसकी जानकारी उनके द्वारा वन विभाग के स्थानीय कर्मचारियों को दी।
वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी ने अपने टीम के साथ 6 जनवरी को ग्रामीण जगतराम गोंड (52) से मिली जानकारी के अनुसार उनके पास पहुंचकर दो भालू के मादा शावक मैनपुर लाया गया, जहां वन्य जीव पशु चिकित्सक के विशेष निगरानी मेें रखा गया। डॉक्टरी परिक्षण उपरान्त वन्य जीव पशु चिकित्सक द्वारा उक्त भालू के बच्चों को जंगल में छोडऩे हेतु अनफीट होने का प्रतिवेदन दिया गया।
7 जनवरी को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक आयुष जैन गरियाबंद के आदेशानुसार वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा मिलन राम वर्मा के द्वारा वन्य जीव पशुचिकित्सक के निगरानी में रखते हुये जंगल सफारी रायपुर में भालू के बच्चे को शिफ्ट किया।
विभागीय कार्रवाई में मिलन राम वर्मा परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा, योगेश कुमार रात्रे परिक्षेत्र अधिकारी इंदगांव, हेमसिंह ठाकुर वनपाल एवं एन्टी पोचिंग टीम उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व गरियाबंद का सहयोग प्राप्त हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि कुत्तों से शावक की जान बचाने वाले ग्रामीण जगतराम कों सम्मान मिलना चाहिए।