दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 जनवरी। जिले में इस साल के खरीफ सीजन के चावल का पहला खेप एफसीआई के गोदाम पहुंचा। इसके साथ ही एफसीआई द्वारा चावल लेने की शुरुआत हो गई है।
एफसीआई द्वारा चावल लेने के साथ ही जिले में इस साल के खरीफ धान की उसना मिलिंग भी चालू हो गई है। उसना मिलिंग चालू होने के साथ साथ बारदाने की समस्या का समाधान हो जाने की उम्मीद जताई जा रही थी, मगर जिले में अभी भी बारदाने की समस्या बरकरार है। इधर बारदाने की समस्या के चलते धान विक्रय करने टोकन ले चुके किसानों को समिति प्रबंधकों द्वारा अपने बारदाने में धान लाने कहा जा रहा है।
पहंडोर सहकारी समिति अंतर्गत टोकन ले चुके किसानों को समिति प्रबंधक द्वारा कहा जा रहा है कि समिति में बारदाना उपलब्ध नहीं है। किसान अपने बारदाने में धान लेकर आते हैं तो खरीदी की जाएगी। समिति प्रबंधक का कहना है कि समिति में बारदाना उपलब्ध नहीं होने की जानकारी उनके द्वारा उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। इसी प्रकार कई अन्य समितियों में भी बारदाने की समस्या बरकरार है।
इधर जो किसान टोकन ले चुके हैं वे अपना धान विक्रय करने बारदाने के लिए बाजार का चक्कर काट रहे हैं, मगर खुले बाजार में भी उन्हें बारदाने नहीं मिल रहे हैं। ऐसी स्थिति में जो किसान टोकन ले चुके हैं दुविधा की स्थिति में है। जिले में 90 हजार से अधिक किसानों द्वारा धान विक्रय करने के लिए पंजीयन कराया गया है। इनमें से 67952 किसानों द्वारा 2981317 क्विंटल धान विक्रय किए जा चुके हैं। इनमें से अ_ारह लाख 50 हजार हजार 930 क्विंटल धान उपार्जन केंद्रों में जाम है।