महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 13 जनवरी। 9 जनवरी से टीबी हारेगा देश जीतेगा थीम के साथ देश में सघन टीबी खोज अभियान फिर से शुरू हो गया है। अभियान के तहत खोजी दल एवं दल पर्यवेक्षक बनाकर सभी विकासखंडों में अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने महासमुन्द में भी टीबी मरीजों के खोजने के लिए अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। जेल महासमुन्द में खोजी दल के ने 442 बंदियों की टीबी जांच की गई। इस दौरान 9 बंदियों को टीबी बीमारी के संदेहास्पद के तौर पर चिह्नांकित किया गया। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ आई नागेश्वर राव ने कहा कि शासन के निर्देशानुशार राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम जिला महासमुन्द के अंतर्गत सभी उच्च जोखिम समूह जैसे जेल, खदान, शहरी स्लम क्षेत्र, फैक्ट्री, वृद्धाश्रम, बालश्रम, शासकीय संस्थानों में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, रेन बसेरा एवं एचआईवी के उच्च जोखिम समूहों में टीबी की खोज करना है।
श्री राव ने बताया कि उच्च जोखिम समूह में निवास एवं कार्य करने वाले व्यक्तियों में टीबी रोग की संभावना अधिक होती है। इससे इस खोज अभियान के माध्यम से खोजने का प्रयास किया जाएगा। ऐसे व्यक्ति जिसमे टीबी बीमारी के लक्षण पाए जाएंगे। उन संदेहियों की जांच कर जिले में संचालित उच्च गुणवत्ता युक्त सीबी नाट मशीन से किया जाएगा।
इसी कड़ी में 9 जनवरी को जिला जेल में बंद बंदियों की टीबी जांच की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे इलाज की प्रक्रिया की जाएगी। जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. आई नागेश्वर राव, जिला जेल अधीक्षक डीडी टोंडर जिला जेल महासमुन्द, जेल चिकित्सा अधिकारी डॉ ए के प्रसाद, घनश्याम देशमुख, विनय नाग, अरविंद सिदार व कमलेश सिंह उपस्थित थे।