बस्तर
जगदलपुर, 14 जनवरी। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के संभागीय संयोजक नवनीत चांद व जिला संयोजक भरत कश्यप के नेतृत्व में दरभा व तोकापाल ब्लाक पहुंच मुक्ति मोर्चा के दल द्वारा सचिव व रोजगार सहायक संघ के नेतृत्व में जारी भूख हड़ताल में शिरकत कर उनकी मांगों का समर्थन किया।
नवनीत चांद ने कहा कि बस्तर 5वीं अनुसूची क्षेत्र के अंतर्गत संविधान के विशेष दर्जा प्राप्त करता है, जहां ग्राम सभा को सर्वोच्च सभा का स्थान प्राप्त है, ऐसे में सर्वोच्च सभा का सचिव अनियमित कैसे हो सकता है। राज्य के वर्तमान पंचायत मंत्री द्वारा विपक्ष के नेता रहते हुए घोषणा पत्र बनाने से पूर्व राज्य के कर्मचारियों से विचार-विमर्श कर कांग्रेस पार्टी का जनघोषणा पत्र जारी किया था। जिसमें उन्होंने सरकार बनने के 10 दिनों अंदर सभी अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने वादा किया था। सरकार के 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी पंचायत मंत्री द्वारा किये गये वादे को पूरा न करना ना केवल राज्य बल्कि 5वीं अनुसूची क्षेत्र के निवासियों के साथ किया गया धोखा है। जिसका बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा घोर निन्दा करता है।
राज्य सरकार व उनके बस्तर के जनप्रतिनिधियों को घोषणा पत्र के वादों को याद दिलाने हेतु 5वीं अनुसूची क्षेत्र के अंतर्गत संविधान के दिए गये अधिकारों का प्रयोग करते हुए बस्तर के ग्राम पंचायतों में जन-जागरूकता फैलाते हुए ग्राम सभा बुलाओ अधिकार पाओ अभियान आगामी दिनों में प्रारंभ किया जायेगा। वहीं मुक्ति मोर्चा के द्वारा दोनों ही ब्लॉक के धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया गया व किसानों की समस्याएं सुनी गई।
किसानों ने बताया कि बारदाना की कमी व डंप धान उठाओ में लापरवाही व प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट तय किये जाने से किसानों को धान बेचने में बेहत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जिला संयोजक भरत कश्यप ने सम्पूर्ण समस्याओं पर बस्तर के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता व जिला प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।
कार्यक्रम में मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों के रूप में सुनिता दास, नरेंद्र मिश्रा, रोशन सचदेव, शैलेन्द्र वर्मा, सुरेंद्र तिवारी, महेंद्र मौर्य, महेंद्र सोनी, शंकर कश्यप, आदि कार्यकर्ता व किसान, सचिव, रोजगार सहायक संघ के सदस्य उपस्थित थे।