महासमुन्द
प्रस्ताव पर प्रेसीडेंट इन काउंसिल ने मुहर लगाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। महासमुन्द नगर पालिका में राजस्व वसूली का काम अब निजी हाथों में जाने वाला है। राजस्व वसूली कार्य को ठेके पर दिए जाने के प्रस्ताव पर प्रेसीडेंट इन काउंसिल ने मुहर लगा दी है। अब इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। क्योंकि टैक्स वसूली का कार्य निजी हाथों में देने के लिए शासन की मंजूरी जरूरी होती है।
पालिका प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका संपत्ति कर, समेकित कर, जल शुल्क और दुकानों का किराया के जरिए राजस्व जुटाती है। इस वर्ष 293.45 लाख की जगह पर केवल 79.12 लाख ही वसूली हो पाई है। यही नहीं पिछले वित्तीय वर्ष में 241.06 लाख रुपए के एवज में 64.98 लाख रुपए ही राजस्व एकत्रित हुआ था। मौजूदा और पिछले वित्तीय वर्ष के आंकड़ों पर नजर डालें तो नगर पालिका को कुल 534.57 लाख रुपए के राजस्व की वसूली करनी थी लेकिन अब तक केवल 144.10 लाख टैक्स की वसूली ही हो पाई है। जो कुल टैक्स का 26.96 फीसदी है। यही कारण है कि नगर पालिका अब राजस्व वसूली का काम ठेके पर देने की तैयारी कर रही है। नगर पालिका में आयोजित बैठक में पीआईसी ने इस पर मुहर भी लगा दी है।
गर्मी से पहले सभी पानी टंकियों की होगी मरम्मत
पीआईसी की बैठक में गर्मी के सीजन से पहले शहर के सभी पानी टंकियों की मरम्मत कराने का निर्णय भी लिया गया है। साथ ही जल विभाग के लिए आवश्यक सामाग्री खरीदी करने, शहर में लगे होर्डिंग्स ठेके पर दिए जाने, पालिका के भृत्य चंद्रशेखर पाटकर को सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नत करने, सहायक राजस्व निरीक्षक देवकुमार निर्मलकर को राजस्व उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति, राजस्व निरीक्षक दिलीप चंद्राकर को द्बितीय समयमान वेतनमान दिए जाने, दुकानों की नीलामी, दुकानों का नामांतरण, कबाड़ी सामाग्री नीलामी, निर्माण कार्य के टीएस के अलावा लेखापाल यशवंत देवांगन को स्थायीकरण करने के प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। बैठक में सभापति कृष्णा चंद्राकर, देवीचंद राठी, संदीप घोष, मनीष शर्मा, रिंकू चंद्राकर, बड़े मुन्ना, माधवी सिक्का, सीएमओ एके हालदार सहित विभाग प्रभारी उपस्थित थे।)