महासमुन्द
इस बार बहुत कम लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 जनवरी। मंकर संक्रांति के मौके पर गरियाबंद और महासमुन्द की सीमा पर स्थित हथखोज के महानदी में आयोजित सूखा लहरा, घोंडुल मेले में इस बार कोरोना का असर दिखा। संक्रमण के भय से मेले में लोगों की भीड़ कम रही।
मनोकामना लेकर पहुंचे लोगों ने ही सुबह नदी में स्नान किया और पूजा-अर्चना के बाद सूखा लहरा लिया। सूखी नदी पर आस्था की डुबकी लगाई, संक्रांति स्नान किया जिसके बाद शक्ति लहरी मंदिर जाकर शिव परिवार की पूजा-अर्चना की। बता दें कि यहां संतान प्राप्ति की आस लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु संक्रांति के खास अवसर पर आते हैं। पूजन के बाद नदी की रेत पर लेटकर सूखा लहरा लेते हैं। इस परंपरा के मद्देनजर कम तादात में ही सही लेकिन आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से ही लोग यहां सुबह नौ बजे से शाम तक पहुंचते रहे।