बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 जनवरी। भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने जिले में मनरेगा के तहत मजदूरों की बजाय मशीनों से काम कराकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस भ्रष्टाचार में क्षेत्रीय विधायक व जिला प्रशासन की मिलीभगत होने की बात कही है।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने प्रेस को जारी अपने बयान में आरोप लगाया है कि बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को अंजाम देने जिले में मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों को मजदूरों की बजाय मशीनों से कराया जा रहा है। जबकि मनरेगा का काम गांव के मज़दूरों को रोजगार देने के उद्देश्य से किया जाता है, लेकिन यहां मजदूरों को रोजगार से वंचित कर क्षेत्रीय विधायक व जिला प्रशासन मिलीभगत कर मशीनों से काम कराकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। इसी के चलते आर्थिक संकट होने के चलते यहां से मजदूर पड़ोसी राज्यों की ओर जाने को मजबूर हो रहे हैं।
श्री मुदलियार ने कहा है कि बुधवार की रात दुगोली गांव के कुछ मजदूरों के तेलंगाना व आंध्रा पलायन करने की उन्हें जानकारी मिली। इसकी तस्दीक करने उन्होंने अपने कुछ कार्यकर्ताओं को बस स्टैंड भेजा। वहां मजदूर रुके हुए थे। भाजपा जिलाध्यक्ष की पहल से भाजपा कार्यकर्ताओं ने मजदूरों को पलायन से रोका और उन्हें वापस घर भेजवाया।
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि शासन प्रशासन की भ्रष्ट नीतियों के का खामियाजा गरीब मजदूरों को उठाना पड़ रहा हैं। उन्होंने जिले में हो रहे मनरेगा के तहत कार्यों की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
श्री मुदलियार ने अपने बयान में आरोप लगाया है कि बीजापुर जिला मौजूदा वक्त में दिखावे में विकास की बाट जोह रहा है। यह नजारा सीएम प्रवास में स्पष्ट दिखा। रंग रोगन कर लाइट झालर लगाकर बीजापुर का फर्जी सौंदर्यीकरण कर विकास के झूठे दृश्य सीएम को दिखाए गए।