राजनांदगांव
फरवरी में शहरी सरकार चुनने वोट की संभावना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 जनवरी। राजनांदगांव जिले के दूसरे बड़े नगर पालिका खैरागढ़ में निकाय चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है। 22 जनवरी को राजनांदगांव जिला कार्यालय के सभाकक्ष में लाटरी पद्धति से वार्डों का आरक्षण किया जाएगा। जिसमें छत्तीसगढ़ नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा-29 क सहपठित छत्तीसगढ़ नगर पालिका (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिए वार्डों का आरक्षण) नियम 1994 के प्रावधानानुसार किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि फरवरी माह में चुनाव होने के आसार के मद्देनजर प्रशासन ने प्रारंभिक चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। खैरागढ़ नगर पालिका में फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है। कांग्रेस की मीरा चोपड़ा वर्तमान में अध्यक्ष हैं। उनका कार्यकाल कुछ ही दिनों का शेष है। बताया जा रहा है कि कोरोनाकाल के कारण निकाय चुनाव में विलंब हुआ है। नगर पालिका अध्यक्ष मीरा चोपड़ा का शुरूआती कार्यकाल भाजपा सरकार के अधीन रहा। शेष कार्यकाल उन्होंने कांग्रेस के शासन में पूरा किया है।
बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को सिर्फ वार्डों का ही आरक्षण किया जाएगा। राज्य सरकार ने आरक्षण में खैरागढ़ नगर पालिका अध्यक्ष पद को ओबीसी मुक्त कर दिया है, यानी इस पद के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग से महिला और पुरूष दोनों चुनाव लडऩे के लिए पात्र होंगे। बताया जा रहा है कि खैरागढ़ नगर पालिका के अधीन 20 वार्ड हैं। जिसमें मतदाताओं की संख्या अनुमानित 17 हजार है।
राज्य गठन के बाद से नगर पालिका में ज्यादातर भाजपा का कब्जा रहा है जिसमें वर्तमान जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह लगातार खैरागढ़ नगर पालिका के दो बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए। खैरागढ़ में शहरी सत्ता की जंग में सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। गत् वर्ष हुए निकाय चुनाव में समूचे राज्य में कांग्रेस का ही डंका बजा।
बताया जा रहा है कि खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव में कुछ नेताओं की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा भी दांव में रहेगी। बहरहाल वार्ड आरक्षण के बाद खैरागढ़ में शहरी सरकार चुनने के लिए मतदाताओं और नेताओं के बीच सरगर्मी बढ़ेगी।