दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 जनवरी। धमधा ब्लाक के बड़े बिरेझर (हिर्री) में कबूतरों की अकाल मौत हुई है। पिछले दो दिनों में यहां करीब 25 कबूतरों की मौत होने की पुष्टि पशुधन विकास विभाग द्वारा की गई है।
पशु चिकित्सकों की टीम गुरुवार को शाम 5.30 बजे बड़े बिरेझर पहुंची। उस दिन 11 कबूतर की मौत हुई थी। बालोद जिले में हुई पक्षियों की मौत को देखते हुए सभी मृत कबूतरों को दफनाया गया। चिकित्सकों के अनुसार बड़े बिरेझर गांव में कृषक गोपाल वर्मा के यहां कबूतर पालन किया जा रहा है। जिसमें से करीब 25 कबूतरों की मौत हो गई है। बिरेझर पहुंचने वाली पशु चिकित्सकों की टीम में डॉ. अर्चना मिश्रा, डॉ. धनंजय गुप्ता, डॉ. अर्चना जैन, डॉ. संदीप मढ़रिया, डी.एस. भारद्वाज व डी.एस. सिन्हा शामिल थे।
कबूतर पालक गोपाल वर्मा का कहना है कि उनके कबूतर समीप के खेत में दाना चुगने गए थे। वहां से आने के बाद तडफ़ना शुरू किया. कुछ देर में उसकी मौत हो गई। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि खेत में जो अन्न के दाने बीज के रूप में अंकुरित किए गए हैं उसमें कहीं कीटनाशक दवाई का मिश्रण किया गया होगा। जिसका सेवन करने से कुछ कबूतरों की मौत हो गई. बहरहाल विभागीय चिकित्सकों ने मृत व जीवित कबूतरों के स्वाब सहित अन्य सैम्पल लिए हैं, जिसे रायपुर स्थित लैब भेजा गया है।