धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 जनवरी। ये कहा जाता है कि भारत मे कोने में हुनर छिपा हुआ है एसा ही एक हुनर शहर के मकई तालाब के पास स्लम एरिया में रहने वाले 11 साल की उम्र में ही अपनी बैंड पार्टी बना ली है। इतना ही नहीं अपने बराबर के दोस्तों को बैंड बजाने की ट्रेनिंग भी दी। इस ग्रुप को हर आर्डर पर 1200 रुपये तक मिल जाते हैं।
धमतरी शहर के मकई तालाब के किनारे स्लम बस्ती में रहने वाला राजू एकदम अलग है । कक्षा 6 में पढऩे वाला राजू एक बैंड ग्रुप का लीडर बन गया है। बताते हैं, इस हाफ टिकट उम्र वाले ग्रुप का एक लडक़ा दूसरी कक्षा पढ़ता है।मतलब सिर्फ 6 साल का है इस ग्रुप में कुल 9 बच्चे हैं। सभी ढोल या बाजा बजाना जानते हैं।
ग्रुप लीडर राजू ने खुद किसी तरह पैसे जमा करके बाजा और बैंड का दूसरा सारा सामान खरीदा, इतना ही नहीं राजू ने खुद से बैंड बजाना भी सीखा है। इसके बाद राजू ने अपने पड़ोस के दोस्तों को इक_ा कर उन्हें भी बैंड-बाजा बजाना सिखाया और 9 लोगों की एक टीम बना ली। ये टीम शादी, सगाई, जन्मदिन जैसे छोटे-छोटे आयोजन में अपना परफॉर्मेंस देती है। इसके लिए इन्हें प्रति ऑर्डर 1200 रुपये तक की कमाई होती है।
ये वाकई हैरान करने वाला है कि इतनी कम उम्र में अभावों के बीच जीने वाले एक बच्चे के अंदर न सिर्फ म्यूजिकल स्किल है, बल्कि संगठन की नेतृत्व क्षमता भी शानदार है। भविष्य को लेकर राजू का विजन और लक्ष्य भी अभी से स्पष्ट है। राजू बड़ा होकर एक बड़ी धुमाल पार्टी खड़ा करना चाहता है। हालांकि राजू को अभी पढ़ाई, मदद और प्रोत्साहन की आवश्यकता है।